विश्व का सबसे पहला मानचित्र (नक्शा) किसने बनाया था | Who Created the first map of the world in Hindi
दोस्तो आइये जानते हैं विश्व का सबसे पहला मानचित्र बनाने वाले का नाम क्या है और कब और कैसे इन्होने यह नक्शा तैयार किया|
इसके साथ इन सभी मानचित्रों की फोटो और तस्वीर भी आपको यहाँ बताएँगे|
विश्व का पहला मानचित्र बनाने का श्रेय ग्रीस के लोगों को जाता है क्योंकि इन्होने ही सबसे पहले गणित के नियमों के आधार पर विश्व का नक्शा बनाने का प्रयास किया था|
चलिए आपको क्रम बद्ध तरीके से बता देते हैं की कब और कैसे बनाया गया था विश्व का सबसे पहला नक्शा|
संसार का पहला मानचित्र किसने बनाया था
ऐसा माना जाता है, ग्रीस के लोगों ने विश्व की खोज और इसका मानचित्र बनाने में अहम् भूमिका अदा की| यहाँ के नाविकों ने साहस पूर्ण तरीके से संसार के अलग अलग महाद्वीपों और देशों की खोज की और एक मानचित्र भी तैयार किया|
समय के साथ आगे आने वाली पीढ़ी ने इन मानचित्रों में सुधार किया और संसार का एक बेहतर नक्शा बनाया|
लेकिन ऐसा माना जाता है भारत के महाकाव्य महाभारत में भी एक श्लोक में विश्व के मानचित्र की चर्चा की गई थी जिसके बारे में हम अंत में चर्चा करेंगे|
Anaximander (अनाक्शीमेंडर)
ऐसा माना जाता है विश्व का पहला मानचित्र अनाक्सिमंदर (Anaximander) ने बनाया था| इनका जीवन 610 – 546 BCE तक रहा |
संसार का यह मानचित्र गोलाकार था| इसमें तीन महाद्वीप एशिया, यूरोप और लीबिया को दर्शाया गया और मध्य में एजियन समुद्र (Aegean Sea) और यह सब तरफ से समुद्र से घिरा हुआ दिखाया गया|
जैसा की आप इस मानचित्र में देख सकते हैं|

हेकाटयूस ऑफ़ मिलेटस (Hecataeus of Miletus) – (c. 550 – 476 BCE):-
anaximander के कुछ समय के बाद, हेकाटयूस ऑफ़ मिलेटस ने पुरे विश्व की यात्रा की और अनाक्सिमंदर के द्वारा बनाए गए मानचित्र में थोड़े बदलाव किये|
इसके द्वारा बनाया गया मानचित्र कुछ इस तरह दीखता था|

Eratoshthenes (एरातोशथेनेस) – (274 – 194 BCE)
इन्होने सबसे पहली बार प्रथ्वी को गोलाकार मानकर विश्व का नक्शा बनाया था|
तीसरा मानचित्र एरातोस्थेनेस ने बनाया| इसने एलेग्जेंडर थे ग्रेट और इसके बाद के खोजकर्ताओं के कार्यों का हवाला लेकर एक मानचित्र बनाया|
इसने ही सबसे पहले नक़्शे के अन्दर parallel, और मेरीडियन (देशांतर रेखाओं) का प्रयोग किया और प्रथ्वी गोल है इसे कुछ हद तक माना|

Ptolomey (टोलोमी)
इन्होने सबसे पहले latitudes, longitudes और conic Projection के द्वारा विश्व का सबसे पहला नक्शा बनाया था|
ईसा बाद 150 ईस्वी (150 AD) में इन्होने 6 वॉल्यूम का एक एटलस ‘Geographia’ बनाया था| जिसमे इनके द्वारा बनाए गए विश्व के अलग अलग मानचित्रों का संकलन था|

महाभारत के श्लोक से बनाया गया यह विश्व मानचित्र
ऐसा माना जाता है, महाभारत के एक श्लोक का अर्थ करने पर, विश्व का मानचित्र बनाया गया| इस श्लोक का अनुवाद श्रीमन थिरुवेंकट रामानुज जीयर (1806 – 1877) ने क्या था|
यह श्लोक था
यथा हि पुरुषः पश्येदादर्शे मुखमात्मनः।
एवं सुदर्शनद्वीपो दृश्यते चन्द्रमण्डले॥
द्विरंशे पिप्पलस्तत्र द्विरंशे च शशो महान्।।-
(भीष्म पर्व, महाभारत)
अर्थ- जैसे पुरुष दर्पण में अपना मुख देखता है, उसी प्रकार यह द्वीप (पृथ्वी) चन्द्रमण्डल में दिखाई देता है। इसके दो अंशों में पिप्पल (पीपल के पत्ते) और दो अंशों में महान शश (खरगोश) दिखाई देता है।
मानचित्र आप निचे चित्र में देख सकते हैं|


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