खुदाई के दौरान 3000 साल पुरानी मूर्ति में निकला QR Code, देख कर सभी रह गए दंग |

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इतिहास की कुछ तस्वीरें कई बार दिमाग पर जोर देने को मजबूर कर देती हैं| दुनियाभर में ऐसी कई जगहें हैं, जहां आज भी जमीन के अंदर से मिली कुछ प्राचीन मूर्तियां ancient sculptures लोगों को हैरान कर देती हैं| हाल ही में एक ऐसी ही मूर्ति की तस्वीर इन दिनों चर्चाओं में है| हैरानी का बात तो यह है, कि जिस QR Code तकनीक का आज इस्तेमाल किया जा रहा है| वो 3000 साल पहले ही अस्तित्व में आ चुकी थी| इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है एक मूर्ति के सिर को देखकर, जिसके सिर की जगह QR Code जैसा कुछ बना हुआ है, जिसे देखकर अब लोग तरह-तरह की बातें करते हुए हैरानी जता रहे हैं|

Social Media Platform Facebook पर इस मूर्ति की तस्वीर को Mysterious World नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है| इस पोस्ट को अब तक 16 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं| दावा किया जा रहा है कि, ये मूर्ति माया सभ्यता के समय की है, जो 1500 ईसा पूर्व कभी मेक्सिको, होंडुरास, ग्वाटेमाला और यूकाटन प्रायद्वीप में हुआ करती थी| इंटरनेट पर मौजूदा यूजर्स मूर्ति की तस्वीर शेयर करते हुए इससे जुड़े दावों का समर्थन करते नजर आ रहे हैं| कहा जा रहा है कि, हजारों साल पुरानी एक ऐसी प्राचीन मूर्ति ancient sculptures researchers को मिली थी| इस मूर्ति का कनेक्शन माया सभ्यता से है ऐसा माना जा रहा है|

यह प्राचीन मूर्ति ancient sculptures अन्य मूर्तियों से काफी अलग है| देखा जा सकता है, कि इस मूर्ति के हाथ-पैर तो हैं लेकिन सिर की जगह क्यू आर कोड जैसा कुछ बना हुआ है| वायरल हो रही तस्वीर को देख चुके लोगों का मानना है, कि मूर्ति के सिर पर QR Code जैसा कुछ लगाया हुआ है, जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन पेमेंट के लिए किया जाता है| Social Media यूजर्स का मानना है, कि 3 हजार साल पुरानी माया सभ्यता में जरूर किसी अहम कार्यों के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाता होगा|

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Anurag Pathak
Anurag Pathak

इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

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