Most Famous Ganesha Temples in India in hindi | भारत के प्रशिद्ध गणेश मंदिर :- प्रथम गणेश मनाइए| हिन्दू धर्म में, किसी भी शुभ कार्य से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है| भगवान गणेश के कई नाम है, जैसे की एकदंता, विनायक, गणपति इत्यादि| शास्त्रों में लार्ड गणेशा के सहस्त्र(1000) नाम बताये गए हैं
जानिए क्या हैं गणेश भगवान के सहस्त्र(1000) नाम अर्थ सहित
गणेशजी, लम्बोदर और महाकाय के रूप में समर्धि और खुशहाली के प्रतीक माने जाते हैं और गणनायक के रूप में वीर सेनिकों के सेनापति| गोबर और मिटटी से बने गणेश शुद्धता के प्रतीक हैं| बच्चों के प्रिय भगवान भी श्री गणेश जी को ही माना जाता है|
जानिए गणेश भगवान् के बारे में संपूर्ण जानकारी, क्या है ज्योतिष में भगवान गणेश का महत्त्व
Most Famous Ganesha Temples in India in hindi – भारत के प्रशिद्ध गणेश मंदिर
दोस्तो, आइये जानते हैं भगवान् गणेश के भारत में स्थित कुछ प्रशिद्ध मंदिरों के बारे में, अगर आप इन जगहों पर कभी घुमने जायें तो लार्ड गणेश के इन मंदिरों को जरुर देखने जायें|
Shree Siddhivinayak Temple, Mumbai – श्री सिद्धिविनायक मंदिर मुंबई
श्री शिद्धिविनायक मंदिर मुंबई के प्रभा देवी इलाके में स्थित है| इस मंदिर की प्रसिद्धी अनुमान आप इस बात से लगा सकते हैं की हर धर्म के लोग यहाँ पूज अर्चना करने आते हैं| यह मंदिर भारत में कई मंदिरों के साथ सबसे धनी मंदिर है|
यहाँ पर विराजमान गणेश प्रतिमा सिद्धिविनायक है| हम यहाँ आपको बता दें सिद्धिविनायक श्री गणेश का सबसे लोकप्रिय रूप है जिसमे गणेशजी की प्रतिमा की सूंड दाई तरफ होती है|
सिद्धिविनायक की दूसरी विशेषता चतुर्भुजी विग्रह है जिसमे प्रतिमा के दाएं हाथ में कमान और बाएं हाथ में अंकुश है और नीचे के दाहिने हाथ में मोतियों की माला और बाएं हाथ में मोदक (लड्डुओं) भरा कटोरा है।
इस मंदिर का निर्माण 19 नवम्बर 1801 को देऊबाई पाटिल और लक्ष्मण विथु ने कराया था| आज इस मंदिर के दर्शन करने के लिए पूरे विश्व से लोग आते हैं| मान्यता है, जिस दम्पंती के संतान नहीं है, सच्चे मन से मन्नत माँगने पर यहाँ उनकी मनोकामना पूरी होती है
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Shrimant Dagdusheth Halwai Ganpati Temple, Pune – श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती पुणे
दूसरा सबसे प्रसिद्ध गणेश मंदिर पुणे में स्थित श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपती है| हजारों लाखों की तादात में देश विदेश से श्रधालु इस मंदिर के दर्शन करने के लिए आते हैं|
यह मंदिर अपनी अनूठी कलाकृति और सोने से बनी गणेश प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है| मंदिर की गणेश प्रतिमा का 1 करोड़ रूपए का इन्स्युरेंस कराया जाता है| मंदिर का निर्माण श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई ने अपने बेटे की प्लेग बीमारी से म्रत्यु होने के बाद करवाया था| यह मंदिर 1893 में बनकर पूरा हुआ|
इस मंदिर के प्रति भक्तों की आस्था इतनी है की कोई इन्हें फूलों से लाद देता है, तो कोई इन्हें सोने से| एक बार अक्षय तृतीया के महोत्सव पर एक आम विक्रेता ने पूरे मंदिर को आम से सजा दिया था|
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Kanipakam Vinayaka Temple, Chittoor – कनिपक्कम विनायक मंदिर, चित्तूर
कनिपक्कम विनायक मंदिर तिरुपति से 75 km दूर, चित्तूर आँध्रप्रदेश में स्थित है| आस्था और चमत्कार की ढेरों कहानियां इस मंदिर से जुडी हुईं है|
इस मंदिर की स्थापना 11वीं सदी में चोल राजा कुलोतुंग चोल प्रथम ने की थी। बाद में इसका विस्तार 1336 में विजयनगर साम्राज्य में किया गया।
ऐसा पोराणिक कथाओं में वर्णन है की राजा चोल ने इस मंदिर का निर्माण प्रभु की आज्ञा से लोगों के पाप और उनके मध्य झगड़ों को सुलझाने के लिए करवाया था|
ऐसा मन जाता है, यहाँ गणेश प्रतिमा का आकार दिन प्रतिदिन बढता ही जा रहा है| श्रद्धालु अपने आपसी झगड़ों से निजात पाने के लिए यहाँ दर्शन करके मन्नत माँगते हैं|
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The Trinetra Ganesha Temple Ranthambhore – त्रिनेत्र गणेश मंदिर रणथम्बोर राजस्थान
त्रिनेत्र गणेश मंदिर राजस्थान के रणथम्बोर किले में स्थित है| सवाईमाधोपुर से इसकी दूरी करीब 12 km है| गणेशजी का यह मंदिर राजस्थान का सबसे पुराना मंदिर मन जाता है करीब करीब 1000| माना जाता है की पूरे विश्व में यह गणेश जी का सबसे पेहला मंदिर है|
यह पूरे विश्व में इकलोता मंदिर है जहाँ भगवान् गणेश का पूरा परिवार मोजूद है| यहाँ गणेशजी की प्रतिमा का रंग नारंगी है| विदेशी सेलानियों के बीच ये मंदिर खासा प्रसिद्ध है|
देश विदेश से इस मंदिर में श्रद्धालु अपने शादी का कार्ड भेजकर गणेश जी को आमंत्रित करते हैं| ऐसा मन जाता है, कृष्णा और रुकमनी की शादी का कार्ड भी इस मंदिर में भेजा गया था|
गणेश चतुर्थी पर लगने वाले गणेश मेले में करीब 30-40 लाख लोग इस मंदिर के दर्शन करने देश विदेश से आते हैं|
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Manakula Vinayaka Temple, Pondicherry – मनाकुला विनायक मंदिर , पोंडीचेरी
मनाकुला विनायक मंदिर का निर्माण 1666 इसवी में किया गया| उस समय पोंडीचेरी पर फ्रांस का शासन था| इस मंदिर का नाम इसकेअन्दर स्थित तालाब(कुलम) के नाम पर रखा गया|
कहानियों में वर्णित है की इस मंदिर में स्थापित गणेश मूर्ति को कई बार समुद्र में फेंका गया| लेकिन हर बार गणेश जी की प्रतिमा वापस मंदिर में ही दिखाई दी|
इसके बाद लोगों की श्रधा इस मंदिर पर बढ़ने लगी और इस मंदिर का विस्तार भी आगे श्रधालुओं ने किया| आज भी भगवान् गणेश की प्रतिमा बहुत पुराने समय से एक ही स्थान पर विराजमान है|
ब्रह्मोत्सव और गणेश चतुर्थी के महोत्सव पर लाखों की संख्यां में श्रधालुं यहाँ दर्शन करने आते हैं| यहाँ मंदिर के दरवाजे पर एक हाथी खड़ा रहता है| श्रद्धालु कुछ सिक्के देकर उसकी सूड से आशीर्वाद लेते हैं| इसे शुभ मन जाता है|
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Moti Dungri Ganesh Temple, Jaipur – मोटी डूंगरी गणेश टेम्पल जयपुर
मोती डूंगरी गणेश मंदिर, मोती डूंगरी पहाड़ी पर स्थित है| यह पहाड़ी मोटी डूंगरी किले से चरों तरफ से घिरी हुई है और जयपुर में स्थित है|
इस मंदिर का निर्माण जय राम पालीवाल ने 1761 में करवाया था| यहाँ स्थापित गणेश प्रतिमा करीब 500 साल पुरानी है| यहाँ स्थापित गणेश प्रतिमा की सूड दाहिने हाथ की तरफ है| गणेश भगवान् के इस स्वरुप को सिद्धिविनायक कहते हैं|
हर बुधवार यहाँ मेला लगता है| और हजारों की तादात में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं| इस मंदिर में गणेश भगवान् के 7 तरह के दर्शन दिन में श्रधालुओं के लिए organize किये जाते है|
डिटेल आप यहाँ click करके देख सकते हैं
इस मंदिर की वास्तुकला और भगवान् गणेश की प्रतिमा के दर्शन करने देश विदेश से सेलानी लाखों की संख्यां में आते हैं|
Shree Maha Ganapathi Kshethram, Kottarakkara – श्री महा गणपती क्षेत्रम, कोट्टाराक्कारा
श्री महा गणपति क्षेत्रम मंदिर केरल का सबसे पुराना और महत्त्वपूर्ण मंदिर है| यह मंदिर कोल्लम से 25 km दूर कोट्टाराक्कारा में स्थित है|
इस मंदिर में प्रमुख देवता भगवान शिव, माता पार्वती, गणेश, भगवान् मुरुगन, लार्ड अय्यप्पन, और नागराज हैं| वैसे इस मंदिर में प्रमुख देवता भगवान् शिव हैं, लेकिन प्रमुखता गणेशजी को दी जाती है|
इस मंदिर में प्रमुख चढ़ावा है Unniyappam Udayasthamanapooja, Mahaganapathi homam and Pushpanjali
दिन के निश्चित समय पर कई बार आरती होती है| टाइमिंग यहाँ click करके देख सकते हैं
Madhur Mahaganapathi Temple, Kerala – मधुर महागणपति मंदिर, केरल
यह मंदिर कासरगोड, केरला की मधुवाहिनी नदी के किनारे स्थित है| बताते हैं इस मंदिर का निर्माण 10वी शताव्दी में कुम्बला के राजा mypadi ने करवाया था|
वैसे तो इस मंदिर के प्रमुख देवता शिव हैं लेकिन लार्ड गणेश की अधवुत प्रतिमा के लिए यह मंदिर भक्तों में काफी प्रशिद्ध है| बताया जाता है, यहाँ मोजूद भगवान् गणेश की प्रतिमा न तो किसी पत्थर से और न ही किसी मिटटी से बनी है|
ऐसा बताया जाता है, की एक बार टीपू सुल्तान ने इस मंदिर को समूल नष्ट करने के लिए इस पर आक्रमण किया, लेकिन इस मंदिर के कुए का पानी पिने के बाद उसने अपना इरादा बदल दिया और आगे बढ़ गया|
लेकिन अपने सेनिकों और इस्लामिक गुरुओं को खुश करने के लिए मंदिर की दीवार पर तलवार से एक निशान बना दिया, जो आज भी मोजूद है|
मंदिर में एक तालाब है, जिसका पानी कई बिमारियों को दूर करने में सहायक है| Moodappa Seva यहाँ का एक विशेष त्यौहार हैं| इस दिन (Moodappam ) मीठे चावल और घी से गणेश प्रतिमा को लेपा जाता है|
Rockfort Ucchi Pillayar Koil Temple, Tamil Nadu – उच्ची पिल्लैयार मंदिर, रॉकफोर्ट
दक्षिण भारत का प्रसिद्ध पहाड़ी किला मंदिर तमिलनाडु राज्य के त्रिची शहर के मध्य पहाड़ के शिखर पर स्थित है। चैल राजाओं की ओर से चट्टानों को काटकर इस मंदिर का निर्माण किया गया था।
यहां भगवान श्री गणेश का मंदिर है। पहाड़ के शिखर पर विराजमान होने के कारण गणेश जी को उच्ची पिल्लैयार कहते हैं। यहां दूर-दूर से दर्शनार्थी दर्शन करने के लिए आते हैं।
Ganesh Tok Temple, Gangtok – गणेश टोक, गंगटोक, सिक्िकम
गणेश टोक मंदिर गंगटोक-नाथुला रोड से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर स्िथत है। यह यहां करीब 6,500 फीट की ऊंची पहाड़ी पर स्िथत है।
इस मंदिर के वैज्ञानिक नजरिए पर गौर करें तो इस मंदिर के बाहर खड़े होकर आप पूरे शहर का नजारा एकसाथ ले सकते हैं।
Ganpatipule Temple, Ratnagiri, Maharashtra – गंपतिपुले मंदिर, रत्नागिरी, महाराष्ट्र
रत्नागिरी कोकण महाराष्ट्रा में स्थित गणेश जी का मंदिर भी श्रधालुओं में बहुत प्रशिद्ध है| मुंबई से 350 km की दूरी पर है| मुदगल पुराण में इस मंदिर को “पश्चिम द्वारा देवता” भी बोला गया है
माना जाता है, यहाँ स्थापित गणेश प्रतिमा स्वम्भू है| अर्थार्थ उसे किसी इंसान ने बनाया नहीं है, प्रतिमा स्वयंम धरती के गर्भ से अवतरित हुई है|
किस्से कहानियों में वर्णित है, एक ब्राह्मण बलभटजी भिड़े की गाय ने अचानक से दूध देना बंद कर दिया| जब ग्वाला उनकी गाय को पहाड़ी पर चराने के लिए ले गया| एक स्थान पर अपने आप ही गाय के स्तनों से दूध निकलना शुरू हो गया|
आस पास के लोग बतातें हैं, बाद में उसी स्थान से गणेश प्रतिमा अपने आप ही जमीन से अवतरित हुई| इस मंदिर का निर्माण कुछ इस प्रकार किया गया है की सूर्य की रोशनी सीधा गणेश प्रतिमा पर पड़ती है|
Karpaga Vinayagar Temple, Pillaiyarpatti, Tamil Nadu
इस मंदिर को पहाड़ी को काट कर बनाया गया है| मन जाता है ये करीब 1600 साल पुरान है गणेशजी को wisdom(बुधि) का देवता मन जाता है|
गणेशजी(Vinayagar), Karpagam tree की तरह अपने भक्तों की सभी मनोकामना पूरी करता है| इसलिए इन्हें “Karpaga Vinayagar” भी कहा जाता है|
यहाँ गणेशजी की प्रतिमा के 2 हाथ है, जो श्रद्धालु उत्तर दिशा में मुख करके vinayagar की पूजा करते हैं, उन्हें धन धान्य का जल्द ही लाभ होता है| गणेश चतुर्थी यहाँ का प्रमुख त्यौहार है|
जानिये Karpaga Vinayagar Temple, Pillaiyarpatti, Tamil Nadu रोचक इतिहास
Sassive Kalu & Kadale Kalu Ganesha, Hampi, Karnataka
Sassive Kalu & Kadale Kalu Ganesh temple हम्पी का प्रमुख आकर्षण हैं| यहाँ गणेश की प्रतिमा को एक ही पत्थर से तराशा गया है और इसकी ऊचाई करीब 8 फीट(2.5 मीटर) है| गणेश प्रतिमा को 1440 AD में बनाया गया था|
कहानियों में वर्णित है एक बार गणेश जी ने बहुत ज्यादा भोजन कर लिया| इतना ज्यादा की पेट फटने को होने लगा| पेट को फटने से बचाने के लिए गणेश जी ने अपने पेट पर एक सांप को बांध लिया| प्रतिमा के पेट पर बंधा हुआ सांप इसी का प्रतिक है|
Ashtavinayak-The Eight Ganesha Temples – अष्टविनायक – गणेश भगवान् के 8 मंदिर
गणेश भगवान् के प्रशिद्ध 8 मंदिर महाराष्ट्रा पुणे के आस पास मोजूद हैं| इन 8 मंदिरों की एक धार्मिक यात्रा भी आयोजित की जाती है| लाखों की संख्या में श्रद्धालु इन 8 मंदिरों की यात्रा करते हैं|
यहाँ click करके जानिये इस यात्रा की सम्पुर्ण जानकारी
ये 8 मंदिर हैं, मोरेश्वर मंदिर, सिद्धिविनायक मंदिर, बल्लालेश्वर मंदिर, वरदविनायक मंदिर, चिंतामणि मंदिर, गिरिजतामज मंदिर, विघ्नहर मंदिर और महागणपति मंदिर
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Good Info,, you should add Khajarana Ganesh Temple (Indore) in the list. It’s famous and beautiful temple around.
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