famous popular Osho Quotes on love and relationships in Hindi | Osho thoughts on love in hindi |ओशो के प्यार पर अनमोल सुविचार और कथन
Osho Quotes on love in Hindi
प्यार में दूसरे महत्वपूर्ण होते हैं, वासना में आप महत्वपूर्ण होते हैं।
ये कोई मायने नहीं रखता है कि आप किसे प्यार करते हैं, कहां प्यार करते हैं, क्यों प्यार करते हैं, कब प्यार करते हैं, कैसे प्यार करते हैं और किस लिए प्यार करते हैं, मायने सिर्फ यही रखता है कि आप केवल प्यार करते हैं।
अगर आप प्यार से रहते हैं, प्यार के साथ रहते हैं तो आप एक महान जिंदगी जी रहे हैं, क्योंकि प्यार ही जिंदगी को महान बनाता है।
एक बार जब मैं यात्रा कर रहा था तभी किसी ने मुझसे पूछा की इंसानी शब्दकोश में सबसे महत्वपूर्ण शब्द कौन सा है। मैंने नम्रता से जवाब दिया, प्यार।
जब प्यार और नफरत दोनों ही ना हो तो हर चीज़ साफ़ और स्पष्ट हो जाती हैं।
प्यार तभी सच्चा होता है, जब कोई एक दूसरे के व्यक्तिगत मामलों में दखल न दें। प्यार में दोनों को एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए।
प्यार की सर्वश्रेष्ठ सीमा आज़ादी है, पूरी आज़ादी। किसी भी रिश्ते के खत्म होने का मुख्य कारण आज़ादी का न होना ही है।
Osho Quotes on relationships in hindi
प्रेम में सवाल ये नहीं है कि कितना सीखा जा सकता है। सवाल ये है कि कितना भुलाया जा सकता है।
उत्सव मेरा धर्म है, प्रेम मेरा सन्देश है, और मौन मेरा सत्य है।
प्यार एक पक्षी है, जिसे आज़ाद रहना पसंद है। जिसे बढ़ने के लिए पूरे आकाश की जरूरत होती है।
प्यार एक शराब है, आपको उसका स्वाद लेना चाहिए। उसे पीना चाहिए। उसमें पूरी तरह से डूब जाना चाहिए। तभी आपको पता चल पाएगा कि प्यार क्या है।
मनुष्य की भाषा में प्रेम से बड़ा कोई शब्द नहीं। उस एक शब्द को जिसने जान लिया, उसने सब जान लिया।
पुरुष जितना प्रेम शब्दों में प्रकट करेगा उससे कई गुना ज्यादा स्त्री मौन में प्रकट कर देगी।
इस दुनिया में दोस्ती ही सच्चा प्यार है। दोस्ती का भाव प्यार का सर्वोच्च रूप है, जहां कुछ भी मांगा नहीं जाता, कोई शर्त नहीं होती, जहां बस दिया जाता है।
दोस्ती ही सबसे निर्मल प्यार है। प्यार करने का ये सबसे ऊंचा स्तर है, जहां किसी भी परिस्थिति के लिए किसी से नहीं पूछा जाता, सिर्फ और सिर्फ एक दूसरे को खुशी दी जाती है।
जो प्रेम में रोया न हो, जिसने प्रेम का विरह जाना न हो, उसे तो प्रार्थना की और इंगित भी नहीं किया जा सकता। इसलिए मैं प्रेम का पक्षपाती हूँ, प्रेम का उपदेष्टा हूँ। कहता हूँ की खूब प्रेम करो, क्योंकि प्रेम का निचोड़ एक दिन प्रार्थाना बनेगा। प्रेम के हज़ारों फूलों को निचोड़ोगे तब कही प्रार्थना की एक बूँद एक इत्र की बूँद बनेगी।
दोस्ती ही सबसे निर्मल प्यार है। प्यार करने का ये सबसे ऊंचा स्तर है, जहां किसी भी परिस्थिति के लिए किसी से नहीं पूछा जाता, सिर्फ और सिर्फ एक दूसरे को खुशी दी जाती है।
आप जितने लोगों को चाहे उतने लोगों को प्रेम कर सकते हैं- इसका ये मतलब नहीं है कि आप एक दिन दिवालिया हो जाएंगे, और कहेंगे, ” अब मेरे पास प्रेम नहीं हैं।” जहाँ तक प्रेम का सवाल है आप दिवालिया नहीं हो सकते।
जब भी आप प्यार की योजना बनाते हैं और जब भी आपका ध्यान पूरी तरह से उसमें शामिल हो जाता है, तब ये झूठा और पाखंडी बन जाता है।
यह प्यार में ही देखा कमाल, जिसने कुछ खोया उसी ने कुछ पाया।
प्रेम एक एकालाप नहीं एक संवाद है. एक बहुत सामंजस्य संवाद
प्रेमियों ने कभी एक दुसरे के लिए आत्मसमर्पण नहीं किया, प्रेमी सिर्फ प्रेम के लिए आत्मसमर्पण करते है|
प्रेम एक आध्यात्मिक घटना है, वासना भौतिक. अहंकार मनोवैज्ञानिक है, प्रेम आध्यात्मिक|
दोस्तो आपको ओशो के प्रेम और सामाजिक संबंधों पर सुविचार (Osho quotes on love and relationships in hindi) पसंद आया होगा|
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