Who is Santa Claus story history in Hindi | क्या सम्बन्ध है सांता क्लॉज का क्रिसमस से | History of santa claus with santa clasue in hindi
दोस्तो 25 दिसंबर को क्रिसमस पूरे विश्व में बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है और बच्चे इस त्यौहार का बड़ी बेसब्री से इंतज़ार करते हैं|
क्रिसमस की रात को सांता क्लॉस बच्चों के लिए नए नए गिफ्ट ले कर आते हैं और इनकी विश पूरी करते हैं|
लेकिन दोस्तो क्या आप जानते हैं की कैसे सांता क्लॉस का अस्तित्व क्रिसमस से जुड़ा| कौन है सांता क्लॉस और क्या सम्बन्ध है जीसस का सांता क्लॉज़ के साथ
इन्ही कुछ सवालों के जवाब आज हम तलाशेंगे इतिहास में जाकर|
Santa clause History in Hindi
सांता क्लॉज़ का रोचक इतिहास

सांता क्लॉज़ का 25 दिसम्बर से कोई सीधा कनेक्शन नहीं है, समय के साथ यह नाम क्रिसमस से जुड़ गया| ये तो आप सभी जानते हैं 25 दिसंबर को जीसस का जन्म दिन मनाया जाता है|
लेकिन दोस्तो जीसस के जन्म दिन का और 25 दिसंबर के बीच भी एक रोचक इतिहास है| 25 दिसंबर जीसस का जन्म दिन है ही नहीं किसी और कारण से जीसस का जन्म दिन 25 दिसंबर को मनाया जाता है|
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Who was Santa Clause in Hindi
कौन थे सांता क्लॉज़ और क्या है इनका इतिहास और कहानी
सांता क्लॉज़ को संत निकोलस (Saint NIcholas), संत निक (Saint Nick), क्रिस क्रिंगल (Kris Kringle) और पेल्ज़निकल (Pelznickel) के नाम से जाना जाता है
क्या है इन सब नामों में आपस में सम्बन्ध आइये जानते हैं|
कौन थे संत निकोलस (Who was Saint Nicholas):-
संत निकोलस का जन्म एक ग्रीक ईसाई परिवार में 280 A.D में मायरा (Myra) क्षेत्र के पास पतारा (Patara) में हुआ था| यह क्षेत्र अभी आधुनिक तुर्की में है|
ये एक धनी परिवार से ताल्लुक रखते थे| जब ये छोटे थे तब ही इनके माता पिता का देहांत हो गया था| इनके अंकल एक चर्च में पादरी थे|
निकोलस एक धार्मिक परवर्ती के व्यक्ति थे| और गरीब लोगों की मदद करना इनके स्वाभाव का हिस्सा था| 20 साल की कम उम्र में ही ये एक चर्च में पादरी बन गये और लोगों की सामाजिक और आर्थिक तौर पर मदद करने लगे|
कहावत है इन्होने अपना सारा धन गरीबों की मदद करने में लगा दिया| यह किस्से कहानियों में यूरोप में आज भी प्रचलित है की निकोलस जनता की मदद रात में ही किया करते थे| क्योंकि ये अपना नाम जाहिर नहीं होने देना चाहते थे|
संत निकोलस ने सबसे ज्यादा बच्चों और नाविकों की मदद की| आज भी पूरे युरोप में 6 दिसम्बर को निकोलस की डेथ एनीवर्सरी पर गरीब और बच्चों को गिफ्ट देकर इनको याद किया जाता है|
इस दिन लोग खूब खरीददारी करते हैं और यह दिन शादी करने के लिए शुभ माना जाता है|
कैसे आया संत निकोलस फेस्टिवल अमेरिका में
18वी शताव्दी के अंत में संत निकोलस का जन्म दिन अमेरिका में भी मनाया जाने लगा| कुछ डच परिवार, जो युरोप (नीदरलैंड) से अमेरिका में शिफ्ट हुए थे, संत निकोलस का जन्म दिन 6 दिसंबर को मनाते थे|
न्यूयॉर्क के एक न्यूज़ पेपर ने भी इस बात की पुष्टि की 6 दिसंबर 1773 और 1774 में दो बार यह फेस्टिवल मनाया गया|
इंग्लिश स्पीकिंग अमेरिकन को यह ट्रेडिशन और फेस्टिवल बहुत पसंद आता था| वे भी इस त्यौहार में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने लगे|
डच लोग संत निकोलस (Saint Nikolas) का नाम बहुत तेजी से बोलते थे और बोलने में यह नाम
“Sinterklaas” जैसा लगता था
लेकिन जब इंग्लिश स्पीकिंग अमेरिकन ने इस नाम को बोलना शरू किया तो यह “Sinterklaas” से “Santa Claus” हो गया|
तो कुछ ऐसे संत निकोलस अमेरिका जाकर सांता क्लॉस बन गए
संत निकोलस और पेल्ज़निकल में सम्बन्ध (Relationship between Saint Nickolas and Pelznickel)
न्यूयॉर्क के पश्चिम में स्थित पेन्नसिलवेनिया (Pennsylvania) में जर्मन किसानों ने भी संत निकोलस के बारे में सुना था लेकिन ये लोग इन्हें पेल्ज़निकल (Pelznickel) कहते थे|
इस शब्द का मतलब है “Pelz” मतलब फर (feather) और “Nickel” मतलब Nicholas|
इसलिए Pennsylvania के लोगों के लिए सांता क्लॉज़ का मतलब है “A man dressed in Fur” जो की साल में एक बार बच्चों को गिफ्ट देने के लिए आता है|
1809 में वाशिंगटन इरविंग ने अपनी एक बुक “History of New York” में संत निकोलस को एक संत के रूप में पेश किया जो बच्चों और जरुरत मंदों की मदद करता है,
कैसे आया सांता क्लॉस का स्वरुप सामने
सांता क्लॉस की पहली तस्वीर अमेरिकन पेंटर थॉमस नास्त ( Thomas Nast) ने बनाई थी| यह स्टोरी लिखने वाले लेखकों के लिए चित्र बनाते थे|
Nast कहते हैं की उन्हें याद है जब वे एक छोटे बच्चे थे तो जर्मनी में एक मोटा दाड़ी वाला बूढा व्यक्ति बच्चों को खिलोने और केक बांटता था|
उसी व्यक्ति को ध्यान में रखकर Nast ने सांता क्लॉज़ की तस्वीर बनायी|
जनवरी 1863, में हार्पर्स वीकली मैगज़ीन ने थॉमस नस्ट (Thomas Nast) के द्वारा बनाया गया संत निकोलस का चित्र प्रकाशित किया|
इस चित्र में संत निकोलस ने सांता को सितारों वाली ड्रेस में दिखाया था

थॉमस नस्त लगातार क्रिसमस के लिए सांता के पिक्चर बनाते रहे और इनके आकार में धीरे धीरे बदलाब होते गए और सांता का पेट निकला हुआ और फर्र के कपडे पहने हुए और खिलोने लिए हुए इनकी छबि प्रसिद्ध हो गई|
1 जनवरी 1881 हार्पर वीकली में थॉमस नस्त के द्वारा बनाई गई तस्वीर बहुत प्रसिद्ध हुई|

कोका कोला ने सर्वप्रथम 1920 में अपने विज्ञापन में सांता क्लॉज़ का प्रयोग किया गया| कोका कोला के विज्ञापन के लिए haddon sundblom ने सांता का कैरीकेचर बनाया|

कैसे आया सांता क्लॉज़ का आकाश में उड़ते हुए 8 हिरनों की गाड़ी के साथ स्वरुप
1823 में दो कवितायेँ (Poem) प्रकाशित हुई “A Visit from St. Nicholas” और ‘T’was the Night before Christmas’|
इन कविताओं में संत निकोलस को एक स्लेज पर आकाश में उड़ते हुए दिखाया गया और स्लेज के आगे 8 हिरन (Reindeer) लगे हुए थे| इस कविता में 8 हिरन के नाम भी लिखे हुए थे|
इन 8 हिरन के नाम हैं
- Dasher (डेशर)
- Dancer (डांसर)
- Prancer (प्रेन्सर)
- Vixen (विक्सन)
- Comet (कोमेट)
- Cupid (क्युपिड)
- Donner (डोनर)
- Blitzen (ब्लिटज़न)
1949 में लिखे गए एक गाने ‘Rudolph the Red nosed Reindeer’ में भी इन 8 हिरणों के नाम का जिक्र है
इन कविताओं को Clement Clarke Moore ने लिखा था अपने बच्चों के लिए| लेकिन कुछ जानकार मानते हैं ये दोनों Poem Moore की पत्नी के एक दूर के रिश्तेदार ने लिखा था|
बच्चे क्यों सुखाते हैं क्रिसमस की रात को घर के बाहर जुराबें
संत निकोलस गरीबों की मदद करने के लिए प्रसिद्ध थे| जब ये मदद करते थे तो चुपचाप करते थे| एक बार की बात है, एक आदमी बहुत गरीब था और उसके तीन बेटियां थी|
गरीबी के कारण यह अपनी तीनों लड़कियों को वेश्याव्रती में डालना चाहता था| एक रात संत निकोलस ने लड़कियों की बहार सूख रही जुराबों में सोने के सिक्कों से भरी हुई थेली रख दी|
इस तरह गरीब लड़कियों को वेश्यावृति में जाने से बचा लिया|
इसलिए बच्चे क्रिसमस की रात को घर के बाहर जुर्राबें सुखाने के लिए टांग देते हैं|
फ्रांस में चिमनी पर जूते लटकाने की प्रथा है और होलैंड में बच्चे अपने जूतों में सांता के हिरणों के लिए गाजर छुपा कर रखते हैं|
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