Rip Full form for death in Hindi language | Rip Full Form and Meaning in Hindi | रिप शब्द का अर्थ, मतलब और इतिहास
दोस्तो, 21वीं सदी सोशल मीडिया की सदी है| यहाँ हर एक व्यक्ति अपने भाव और विचार आसानी से फेसबुक और व्हाट्सएप्प के माध्यम से व्यक्त करता है|
आपने अक्सर देखा होगा, लोग फेसबुक की कमेंट में RIP शब्द लिख देते हैं| अक्सर यह शब्द किसी फेसबुक, ट्विटर, और इन्स्ताग्राम की ऐसी पोस्ट पर किया जाता है जहाँ किसी की म्रत्यु की खबर हो|
लोग अपनी संवेदना को व्यक्त करने के लिए कमेंट सेक्शन में RIP लिख देते हैं|
यह शब्द किसी व्यक्ति के मरने पर दुःख व्यक्त करने की भावना (rip meaning in Hindi when a person is dead) को व्यक्त करता है|
लेकिन दोस्तो क्या आप जानते हैं, RIP शब्द क्या है और इसका मतलब (Rip meaning in Hindi on death) किसी की म्रत्यु पर क्या होता है,
आइये जानते हैं रिप शोर्ट फॉर्म का इतिहास क्या है और इसका मतलब|
Full form of Rip in Hindi Meaning
RIP शब्द क्या है, अर्थ और मतलब

चलो आपको बता ही देते हैं, RIP शब्द का अर्थ है ‘Rest in Peace’| यह word सोशल मीडिया पर किसी की म्रत्यु पर अपने दुःख के भाव प्रकट करने के लिए किया जाता है|
RIP Meaning in Hindi on Death
जैसा की हमने पहले बताया है RIP शब्द का अर्थ है ‘Rest in Peace’ | यह शब्द लेटिन भाषा से निकला है इस भाषा में इसे ‘Requiescat in pace’ बोला जाता है|
इसकी शुरुआत इसाई धर्म की शोक सभाओं में दिवंगत आत्मा (म्रत्यु उपरान्त) की शांति की कामना के लिए किया जाता रहा है|
प्रथम अर्थ
Rest in peace एक प्रकार की प्रार्थना है जिसमें ईसाई धर्म के लोग प्रार्थना करते हैं की उनके दिवंगत परिजन की आत्मा म्रत्यु के बाद शांति को प्राप्ति करे|
दूसरा अर्थ
लेकिन इतिहास में इसका कोई साक्ष्य नहीं होने के कारण इसका एक और दूसरा अर्थ भी निकाला जाता है|
ईसाईयों के धर्म ग्रन्थ के अनुसार एक जजमेंट डे (Judgement Day) की बात की गई है|
ईसाईयों का मानना है की मरने के उपरान्त शरीर अपनी कब्र में शांति से आराम कर रहा है लेकिन जजमेंट डे पर शरीर का अपनी आत्मा से दुवारा से मिलन हो जाएगा|
इस सम्बन्ध में भी इसाई इस लाइन को कब्र के पत्थर पर लिखते हैं| जिसका अर्थ है जजमेंट डे के आने तक मृत शरीर अपनी कब्र में शांति से आराम करे|
18वीं शताब्दी से ईसाईयों की कब्र पर लगाए जाने वाले पत्थर (Headstone) पर यह शब्द ‘Rest in Peace’ बहुतायत में लिखा जाने लगा|
जैसा की आप निचे दिए गए चित्र में देख सकते हैं|

History of RIP word in Hindi
अगर इतिहास में और पीछे जाएँ तो ईसा पूर्व पहली शताब्दी (1st Century BC) में बेट शेअरिम (Bet Shearim) कस्बे की कब्रिस्तान में यहूदी भाषा हिब्रू में यह लिखा हुआ पाया गया|
इतिहासकार बताते हैं की पांचवीं शताब्दी में ईसाईयों के कब्र पर लगे पत्थर पर यह लिखा हुआ पाया गया| 18वीं शताब्दी में ईसाईयों के कब्र के पत्थर ‘Rest in Peace’ लिखना बहुत ज्यादा प्रचलन में आ चूका था|
प्रारंभ में यह ईसाईयों के कुछ सम्प्रदायों जैसे Anglican, lutheran, methodist, roman catholic आदि में प्रचलित था|
लेकिन धीरे धीरे बाकी चर्च जैसे High Church के मानने वालों ने भी इसे हेडस्टोन पर प्रयोग करना शुरू कर दिया|
लेकिन समय के साथ पूरा इसाई समाज अपने परिजनों की म्रत्यु के बाद उनके कब्र के पत्थर पर यह शब्द लिखने लगे|
RIP शब्द को सोशल मीडिया पर कैसे प्रयोग करें
देखिये सोशल मीडिया अपने विचार और भावों को वर्चुअल तरीके से व्यक्त करने का एक माध्यम है| कभी कभी आपने देखा होगा, किसी नेता और बड़े आदमी की म्रत्यु पर न्यू चैनल अपने फेसबुक वाल पर खबर चलाते हैं|
यदि आप अपने फेसबुक ट्विटर या इन्स्ताग्राम पर ऐसी कोई पोस्ट देखते हैं तो उस पोस्ट की कमेंट सेक्शन में अपना शोक और दुःख व्यक्त करने के लिए “R.I.P” और “Rest in Peace” लिख सकते हैं|
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