Narendra Modi Biography in Hindi in Detail | नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय

Share your love

Narendra Modi Biography History and Story in Hindi | नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय (जीवनी) और इतिहास

नरेन्द्र दामोदर दास मोदी, भारत के भाग्य विधाता| जी हाँ दोस्तो एक ऐसा व्यक्तित्व जो न कभी थका, न झुका बस एक ही लक्ष्य, भारत को विश्व पटल पर एक अलग पहचान दिलाना|

भारत में कोई इन्हें विकास पुरुष कहता हैं तो कोई इन्हें हिंदुत्व का रक्षक|

चाहे जो भी हो, लोकतंत्र में हर किसी को प्रसंशा और आलोचना करने का अधिकार है| लेकिन किसी भी कार्य का मापदंड परिणाम से होता है|

यह करके दिखाया नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में| एक ऐसा राज्य जो 2001 से पहले आर्थिक रूप से पिछड़ा और सांप्रदायिक दंगो का केंद्र था|

उस बीमार राज्य को 10 साल के अन्दर भारत का एक developed राज्य बना दिया|

आज गुजरात भारत का Industrial hub है| विकास का यही सपना दिल में लिए 26 मई 2014 को नरेन्द्र मोदी जो ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली|

अपने कार्यकाल में भारत की जनता के हित में नोटबंदी जैसे कई साहसिक फेसले लिए, जो शायद कोई भी राजनेतिक पार्टी साहस नहीं जुटा पाती|

गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना, जन धन योजना , प्रधानमंत्री बीमा योजना जैसी स्कीम भी लांच की|

दोस्तो, आज हम अपने भारत देश के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्रीमान नरेन्द्र दामोदर दास मोदी जी के जीवन की विस्तृत जानकारी (Narendra Modi Information in Hindi) के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे|

नरेन्द्र मोदी जी के जीवन की कहानी (Narendra Modi Story in Hindi) हर एक भारतीय के लिए प्रेरणा है|

Narendra Modi Biography in Hindi

नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय और इतिहास

Narendra ModiBio
वास्तविक नामनरेंद्र दामोदरदास मोदी
उपनामनमो
पितास्व० दामोदरदास मूलचंद मोदी
माताहीराबेन
भाईसोमा, अमृत मोदी , प्रहलाद, पंकज,
बहनवसंतीबेन हसमुखलाल मोदी,
व्यवसायभारतीय राजनेता
पार्टी/दलभारतीय जनता पार्टी
जन्मतिथि17 सितंबर 1950
आयु68 वर्ष 2018 के अनुसार
जन्मस्थानवडनगर, बॉम्बे स्टेट (वर्तमान गुजरात), भारत
राशिकन्या
गृहनगरवडनगर, गुजरात, भारत
स्कूल/विद्यालयउच्च माध्यमिक विद्यालय, वडनगर, गुजरात
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालयगुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद, गुजरात
दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली, भारत
शैक्षिक योग्यताबी० ए०, राजनीति शास्त्र (दूरस्थ शिक्षा दिल्ली विश्वविद्यालय से)
एम० ए०, राजनीति शास्त्र (गुजरात विश्वविद्यालय से)
धर्महिन्दू
जातिमोध घंची, अन्य पिछड़ा वर्ग (ओ० बी० सी०)
पता7 लोक कल्याण मार्ग
शौकपुस्तकें पढ़ना
पसंदीदा राजनेताश्यामा प्रसाद मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी
पसंदीदा नेतामहात्मा गाँधी, स्वामी विवेकानंद
वैवाहिक स्थितिविवाहित
पत्नी का नामजशोदाबेन चिमनलाल मोदी

Narendra Modi Life History in Hindi

Narendra modi biography and history story in hindi

नरेन्द्र मोदी का प्रारंभिक जीवन :-

माननीय नरेन्द्र मोदी जी का जन्म 17 सितम्बर 1950 को गुजरात के मेहसाना जिले में स्थित एक कस्बे बडनगर में हुआ था|

इनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी और माता का नाम हीराबेन मोदी है| मोदीजी का परिवार हिन्दू समाज की मोध घंची, अन्य पिछड़ा वर्ग (O.B.C Modh-Ghanchi-Teli -oil-presser) जाती से हैं|

मोदी जी के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी| इसलिए छोटी अवस्था में ही अपने परिवार को आर्थिक सहारा देने के लिए अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे|

बाद में अपने बड़े भाई के साथ मिल कर एक बस स्टैंड पर चाय की स्टाल भी लगाई|

मोदी जी अपने माता पिता की 6 संतानों में से तीसरे नंबर के पुत्र हैं| इनके बड़े भाई “सोमा मोदी” स्वास्थ्य विभाग से अवकाश प्राप्त अधिकारी हैं|

भाई अमृत नोडी खराद मशीन संचालक हैं, भाई प्रहलाद अहमदाबाद में एक दूकान चलाते हैं|

भाई पंकज मोदी सूचना विभाग, गाँधी नगर में कार्यरत हैं और एक बहन वसंतीबेन हसमुखलाल मोदी, जो एक गृहणी हैं|

हालाँकि मोदी जी का विवाह 18 वर्ष की आयु में जसोदा बेन से हुआ था| लेकिन इनका मन अध्यात्म की और था|

शादी के कुछ माह बाद ही चेतना का झुकाब वैराग्य की और हो गया और मोदी जी घर और गृहस्थ जीवन को त्याग कर हिमालय की और चले गए|

2014 के लोक सभा चुनावों में विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को बड़े जोर से सियाशी फायदे के लिए बहुत उछाला

नरेन्द्र मोदी की प्रारंभिक शिक्षा :-

इन्होने 1967 में वडनगर के एक सरकारी स्कूल से 12 की परीक्षा पास की| एक समाचार चैनल के साक्षात्कार में इनके अध्यापक ने बताया नरेन्द्र एक एवरेज स्टूडेंट थे लेकिन उनमे वाद विवाद करने की अद्वुत क्षमता थी|

1978 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के पत्राचार विभाग(School of Open Learning) से राजनितिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री((B.A) थर्ड डिवीज़न में प्राप्त की|

पांच साल के बाद, 1983 में  राजनितिक विज्ञान में ही गुजरात विश्वविध्यालय सके पत्राचार विभाग से (School of Open Learning) (M.A – Masters of Arts) की डिग्री प्राप्त की|

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (R.S.S) और नरेन्द्र मोदी :-

नरेन्द्र आठ साल की उम्र से ही आरएसएस के संपर्क में थे और घर के पास ही आरएसएस की शाखा((training sessions) में जाया करते थे|

आरएसएस की शाखा में नरेन्द्र लक्ष्मणराव इनामदार के संपर्क में आये| लक्षण राव वकील साहब के नाम से काफी प्रशिद्ध थे| वकील साहब इन्हें बाल स्वयं सेवक बुलाते थे|

लक्ष्मणराव इनामदार ही आगे जाकर नरेन्द्र के राजनितिक मार्गदर्शक बने| आरएसएस की शाखाओं में ही नरेन्द्र मोदी, वसंत गजेन्द्र गडकर, नथालाल जघदा के संपर्क में आये|

ये दोनों भारतीय जन संघ के नेता थे, 1980 की पहली बीजेपी गुजरात यूनिट के संस्थापक सदस्य में से एक थे|

नरेन्द्र मोदी जी के घर छोड़ने के बाद का समय:-

1967 में शादी के बाद नरेन्द्र ने अपना घर छोड दिया और जीवन का उद्देश्य जानने के लिए, जीवन के 2 साल उत्तर और उत्तर पूर्व भारत में भ्रमण किया|

एक समाचार चैनल के साक्षात्कार में इन्होने बताया की कुछ समय वे स्वामी विवेकानंदा के आश्रम बेलूर मठ कोलकत्ता में रुके|

वहां से अद्वैत आश्रम अलमोड़ा और राम कृष्ण मिशन आश्रम राजकोट में कुछ समय बिताया| नरेन्द्र बताते हैं, विवेकानंद के जीवन और उनकी शिक्षा का उनके जीवन में विशेष प्रभाव है|

1970 के शुरुवात में कुछ समय के लिए नरेन्द्र वडनगर गुजरात आये| लेकिन कुछ समय रुकने के बाद अहमदाबाद चले गए|

यहाँ इन्होने अपने अंकल की कैंटीन में काम किया| यह कैंटीन गुजरात स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन में स्थित थी|

अहमदाबाद में नरेन्द्र की मुलाकात दुवारा लक्ष्मणराव इनामदार से हुई| इनामदार इस समय हेडगेवार भवन (RSS headquarters) में रह रहे थे|

1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद इन्होने अपने अंकल की कैंटीन में काम करना बंद कर दिया और इनामदार के नेतृत्व में आरएसएस के फुल टाइम प्रचारक बन गए|

नरेन्द्र मोदी जी ने 1971 के भारत पाक युद्ध से पेहले दिल्ली में भारत सरकार के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था और गिरफ्तार भी हुए थे|

नरेन्द्र मोदी की नेतृत्व क्षमता को देखते हुए, इनामदार ने राजनितिक मार्गदर्शक के तौर पर अहम भूमिका निभाई|

यही वह समय था जब नरेन्द्र मोदी ने अपने राजनितिक जीवन की शुरुवात की|

नरेन्द्र मोदी का प्रारंभिक राजनितिक जीवन :-

जून 1975 में उस समय की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने भारत में इमरजेंसी की घोषणा कर दी| ज्यादातर विपक्षी पार्टी के नेताओं को जेल में डाल दिया गया| इमरजेंसी का दौर 1977 तक चला|

नरेन्द्र को “गुजरात लोक संघर्ष समिति” ,जो की एक आरएसएस समिति थी|, का जनरल सेक्रेटरी बना दिया गया| इसके तुरंत बाद ही आरएसएस को भारत सरकार द्वारा प्रतिभंदित कर दिया गया|

लेकिन फिर भी नरेन्द्र मोदी जी ने इंदिरा गाँधी सरकार द्वारा लगाई गई इमरजेंसी के विरोध में अपनी मुहीम को सीक्रेट तरीके से चलते रहे| गुजरात और गुजरात के वाहर वे भेष बदल कर आते जाते थे|

सरकार द्वारा वांटेड विपक्ष के नेताओं को सुरक्षित छिपने का स्थान दिलाने में भी नरेन्द्र ने एक अहम भूमिका निभाई थी|

इसी समय नरेन्द्र मोदी ने इमरजेंसी के अपने अनुभव को व्यक्त करते हुए गुजरती में एक किताब लिखी नाम था “संघर्ष माँ गुजरात”|

इसी बीच ट्रेड यूनियन और सोशलिस्ट एक्टिविस्ट जॉर्ज फ़र्नांडेस और दुसरे बड़े नेताओं के संपर्क में आकर नरेद्र मोदी का राजनितिक द्रष्टिकोण और मजबूत हुआ|

एक साक्षात्कार में नरेन्द्र बताते हैं की इमरजेंसी के समय वो कभी साधू और कभी सरदार के भेष में एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए मजबूर थे

मोदी को 1978 में सूरत और वड़ोदरा की आरएसएस गतिविधियों को देखने के लिए संभाग प्रचारक (regional organiser) बनाया गया|

1979 में इन्हें आरएसएस के काम काज को देखने के लिए दिल्ली भेज दिया गया| यहाँ इन्होने आरएसएस के लिए इमरजेंसी के इतिहास को वर्णित करते हुए एक किताब पर काम किया|

1985 ही वह समय था जब आरएसएस ने उन्हें अपने राजनेतिक संगठन बीजेपी में ट्रान्सफर कर दिया|

1986 में L. K. Advani बीजेपी के प्रेसिडेंट बने’| इसके बाद कर्मठ और इमानदार कार्यकर्ताओं को आरएसएस से बीजेपी में ऊँचे पदों पर ट्रान्सफर किया जाने लगा

1987 में बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी की कोशिशों की वजह से बड़ी आसानी से अहमदाबाद के नगर निगम के चुनाव में जीत हासिल की| इस जीत के बाद नरेन्द्र मोदी जी को बीजेपी का organising secretary बना दिया गया|

इस जीत के बाद नरेन्द्र मोदी को बीजेपी का जनरल सेक्रेटरी बना दिया गया|

नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में:-

2001 में मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का स्वास्थ्य कुछ ख़राब चल रहा था| और इसी बीच राज्य के by election में बीजेपी की हार भी चिंता का कारण थी|

उसके अलावा राजनितिक शक्ति का दुरूपयोग, भ्रस्टाचार जैसे आरोप बीजेपी का वोट बैंक गुजरात में गिरा रहे थे| सबसे बड़ा कारण था 2001 का भुज में आया हुआ भूकंप जिसे केशुभाई पटेल की सरकार संभाल नहीं पा रही थी|

बीजेपी का उच्च नेतृत्व केशु भाई पटेल को हटाकर एक बेहतर मुख्यमंत्री राज्य को देना चाहते थे| इस बीच नरेन्द्र मोदी का नाम सुझाया गया|

लेकिन L.k Advani केशु भाई पटेल को हटाना नहीं चाहते थे| नरेन्द्र मोदी को गुजरात उप मुख्यमंत्री बना कर भेजने का सुझाव भेजा गया| लेकिन नरेन्द्र मोदी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया|

नरेन्द्र चाहते थे की वो गुजरात का पूरा चार्ज लेंगे नहीं तो नहीं लेंगे| और L.K Advani और अटल बिहार बाजपाई जी को पद भर लेने से मना कर दिया|

लेकिन बाद में अटल बिहारी बाजपाई की सिफारिश पर 3 अक्टूबर 2001 को गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेन्द्र मोदी जी ने शपथ ली| On 7 October 2001, Modi was administered the oath of office

और तब से आज तक अपने अभूतपूर्व इच्छा शक्ति और देश प्रेम के चलते भारत के सबसे लोकप्रिय नेता बन गए हैं|

24 फरबरी 2002 को राजकोट के एक by election में congress के आश्विन मेहता को 14,728 वोट से हराकर गुजरात विधान सभा के सदस्य बन गए|

2002 गुजरात दंगे (2002 Gujarat riots):-

अयोध्या से एक ट्रेन हिन्दू तीर्थ यात्रियों को लेकर गुजरात की और चली| हिन्दू तीर्थ यात्री राम मंदिर के एक धार्मिक आयोजन को अटेंड करके वापस आ रहे थे

27 फरबरी 2002 तो यह ट्रेन गोधरा गुजरात के पास एक रेलवे स्टेशन पर रुकी| करीब 1500 लोगों की मुस्लिम भीड़ ने ट्रेन की एक बोगी में आग लगा दी|

विश्व हिन्दू परिषद् ने पूरे राज्य में बंध का आह्वान किया| और इसके तुरंत बाद हिन्दू मुस्लिम दंगे भड़क गए| सरकारी आंकड़ों के अनुसार इन दंगों में करीब 790 मुस्लिम और 254 हिन्दुओं के मारे जाने की पुष्टि हुई|

राज्य सरकार ने पूरा राज्य में कर्फु लगा दिया| लेकिन दंगों पर इतना अंकुश नहीं लगाया जा रहा था|

मानव अधिकार आयोग, वांमपंथी पत्रकारों बुद्धिजीवियों और विपक्षी पार्टियों ने मोदी सरकार के खिलाफ घेरा बंदी शुरू कर दी| सुप्रीम कोर्ट के द्वारा 2009 में एक विशेष इन्वेस्टीगेशन टीम(SIT) गठित की गई|

SIT ने 2010 में अंतिम रिपोर्ट में निर्णय दिया की नरेन्द्र मोदी की इसमें कोई भी सीधे तौर पर कोई involvment नहीं थी|

इन्ही दिनों नरेन्द्र मोदी की सरकार पर इस्तीफा देने का दबाब बनाया गया| मोदी ने अपनी कैबिनेट के साथ बीजेपी के आलाकमान के सामने अपने इस्तीफे की भी पेशकश की लेकिन उसे नामंज़ूर कर दिया गया|

लेकिन 2002 के विधानसभा चुनावों में मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने 182 में से 127 सीटें जीतकर आलोचकों का मुंह बंद कर दिया|

नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा चरण ( 2002 – 2007):-

मुख्यमंत्री के अपने दुसरे चरण में मोदी सरकार ने हिंदुत्वा से हटकर गुजरात के आर्थिक विकास पर काम करना शुरू कर दिया|

मोदी ने संघ परिवार की संस्थाओं भारतीय किसान संघ(BKS), विश्व हिन्दू परिषद् (VHP)का प्रभाव अपने सरकार पर कम किया|

गोर्धन ज़दाफिया और VHP चीफ प्रवीण तोगड़िया को अपने मंत्री मंडल से निकाल दिया|

BKS ने जब एक किसान आन्दोलन किया मोदी ने BKS से सरकार द्वारा दिए गए मकान का अधिकार ख़त्म कर दिया| और गांधीनगर में स्थित 200 मंदिरों को तोड़ने की वजह से VHP और मोदी सरकार के बीच में मतभेदों की दरार और बढ़ गई|

मोदी को वांमपंथी मिडिया और विपक्षी पार्टियों के द्वारा प्रचार के माध्यम से मुस्लिमों का सबसे बड़े दुश्मन के रूप में चित्रित किया गया|

इसी के परिणाम स्वरुप, “कमीशन ऑन इंटरनेशनल रिलीजियस फ्रीडम” संस्था सलाह पर इंटरनेशनल फ्रीडम एक्ट के तहत अमेरिका ने मोदी पर अमेरिका में घुसने पर प्रतिबन्ध लगा दिया|

नरेन्द्र मोदी विश्व में पहले व्यक्ति हैं जो इस एक्ट के माध्यम से अमेरिका में घुसने से प्रतिबंधित हुए| UK और यूरोपियन यूनियन ने भी मोदी को प्रतिबंधित कर दिया|

लेकिन जैसे जैसे नरेन्द्र मोदी का प्रभाव गुजरात की राजनीती पर बढ़ता गया अक्टूबर 2012 और मार्च 2013 में UK और EU अपने प्रतिबन्ध हटा लिए| और अमेरिका ने भी 2014 में मोदी जी को अमेरिका में आमंत्रित किया|

जुलाई 2006 में मनमोहन सरकार के द्वारा लाया गया 2002 का “प्रिवेंशन ऑफ़ टेररिज्म एक्ट” की भी बहुत आलोचना की|

2006 में हुए मुंबई ट्रेन बम्ब धमाकों के समय भी केंद्र सरकार को और आतंकवाद के खिलाफ और मजवूत कानून बनाने के लिए सलाह दी|

2007 में मोदी ने एक किताब लिखी “कर्मयोग”| यह किताब स्वछता और सफाई पर आधारित थी| इसमें इन्होने कहाँ सफाई और स्वछता वाल्मीकियों के लिए एक अध्यात्मिक अनुभव के सामान है|

जुलाई 2007 में नरेन्द्र मोदी ने गुजरात मुख्यमंत्री के रूप में अपने 2063 दिन पूरे किये|

मोदी ने राज्य में तकनीक और वित्तीय पार्क स्थापित किये| 2007 में हुए vivrant गुजरात sammit में 6600 बिलियन की रियल स्टेट इन्वेस्टमेंट डील sign की गयी|

नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री के रूप में तीसरा चरण ( 2007 – 20012):-

मोदी ने मुख्य मंत्री के तौर पर प्राइवेटाइजेशन का अहम भूमिका दी| जो की आरएसएस की विचारधारा से अलग था| इन वर्षों में कृषि के क्षेत्र को सुधारने के लिए कई सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित किया गया|

कच्छ, सोराष्ट्र और अन्य उत्तरी क्षेत्रों में भूमिगत जल के सप्लाई को सुधारने के लिए कार्य किये गए| 2008 में infastructure के क्षेत्र में लगभग 5,00,000 स्ट्रक्चर का निर्माण किया गया|

जिनमें 1,13,738 रोधक बांध थे| 2010 में 112 में 60 तहसीलों में भूमिगत जल पहुँचाया गया| ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुचाने का काम भी बहुत तेजी से बड़े पैमाने पर किया गया|

इसके परिणाम स्वरुप गुजरात की एग्रीकल्चरल ग्रोथ 2007 में बढ़कर 9.6 हो गई थी जो की भारत के सभी राज्यों में सबसे ज्यादा थी| 2011 और 2012 में मोदी जी द्वारा आयोजित

2011 के अंत और 2012 के शुरू में मोदी द्वारा आयोजित सद्भावना मिशन ने राज्य के मुस्लिम समुदाय पर सकारातमक प्रभाव डाला.

नवम्बर 2008 के मुंबई अटैक के बाद गुजरात के समुद्री तटीय इलाकों की सुरक्षा के लिए 30 हाई स्पीड सुरक्षा बोट(Boat) को लगाया गया|

मोदी जी ने समय की आवश्यकता को देखकर ये समझ लिया था कि ये मिशन गुजरात में शान्ति,एकता और सामंजस्य की स्थापना के लिए बहुत लाभकारी होगा.

नरेन्द्र मोदी का मुख्यमंत्री के रूप में 4th चरण ( 2007 – 20012):-

2012 के राज्य विधान सभा चनावों में मणिनगर सीट से मोदी जी ने जीत सुनिश्चित की| यहाँ 86,373 वोटों के अंतर से श्वेता भट्ट जो की आईपीएस ऑफिसर संजीव भट्ट की wife हैं को हराया|

इन चुनावों में बीजेपी ने 115 में से 182 सीटों पे जीत हांसिल की| by इलेक्शन में भी बीजेपी ने चार और लोक सभा सीटों पर विजय हाँसिल की|

लेकिन मोदी जी का यह कार्यकाल सिर्फ 2 साल ही चला| 2014 में होने वाले लोक सभा चुनावों में बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री उम्मीदवार चुने जाने से पहले इन्होने MLA की सीट से त्याग पत्र दे दिया| और आनंदी बेन पटेल को मुख्यमंत्री बनाया|

2014 लोक सभा चुनाव और नरेन्द्र मोदी:-

2014 का लोक सभा चुनाब पूरी तरह मोदी मय था| नरेन्द्र मोदी की गुजरात में विकास कार्यों को देखते हुए पूरे भारत का विश्वाश इन्होने जीत लिया|

इस चुनाब में मोदी जी ने देश भर में 437 रेलियाँ की और देश के लगभग 3 लाख किलोमीटर के हिस्से और 25 राज्यों को कवर किया|

प्रथम चुनावी रैली रेवाड़ी में एक्स सर्विसमैन के साथ थी| इसके अलावा देश के विभिन्न शहरों में 3d टेक्नोलॉजी के माध्यम से 1350 रेलियाँ की| मोदी जी का चाय पे चर्चा का कार्यक्रम भी काफी चर्चा में रहा|

196 भारत विजय रैली और बड़ोदरा और वाराणसी में एक रोड शो भी किया| भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में 8 रेलियाँ की| कर्णाटक में 4, बिहार में 3, महाराष्ट्रा और तमिलनाडु में 2 और उड़ीसा और आसाम में 1 रैली की|

मोदी जी के गुजरात में किये कामों और इनकी विकास पुरुष की छबि ने बीजेपी को उन राज्यों से भी वोट मिले जहाँ इसका जनाधार भी नहीं था|

मोदी ने दो लोक सभा क्षेत्र वाराणसी और वडोदरा से चुनाब लड़ा| दोनों निर्वाचन क्षेत्र से भारी वोटों से जीते|

वड़ोदरा सीट पर इन्होने INC की प्रत्याशी मधुसुदन मिस्त्री को 5,70,128 वोटों से हराया| बाद में वडोदरा सीट से इन्होने इस्तीफा दे दिया|

बीजेपी ने नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत से भारत का लोक सभा चुनाव जीत लिया और नरेन्द्र मोदी ने 26 मई 2014 को भारत के प्रधानमंत्री की शपथ ली|

नरेन्द्र मोदी का भारत के 14वें प्रधानमंत्री के तौर पर सफ़र:-

26 मई 2014 को नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली| नरेन्द्र मोदी भारत के ऐसे प्रधानमंत्री है जो आज़ादी के बाद पैदा हुए|

भारत को आर्थिक द्रष्टि से और मजबूत करने के लिए मोदी सरकार ने कई सरकारी योजनाओं को लांच किया| जन धन योजना, मेक इन इंडिया, जैसी प्रभावी योजनाओं को पूरे विश्व में सराहा गया|

मोदी जी के आर्थिक सुधारों के फलस्वरूप भारत 2018 में ‘Ease of doing Business ranking’ में 100वें स्थान पर आ गया|

मोदी सरकार ने निजीकरण और उदारीकरण की नीति को अपनाया|

मोदी सरकार की नीति के अनुसार जितना ज्यादा उद्योगपतियों और युवा व्यवसाइयों को टैक्स में रिबेट और बिज़नस आसानी से करने का माहोल नहीं बनाया जायेगा ,रोजगार के अवसर नहीं बढ़ाये जा सकते हैं|

इसी को ध्यान में रखते हुए कॉर्पोरेट टैक्स को कम किया गया, वेल्थ टैक्स को ख़त्म कर दिया गया, गोल्ड ज्वेलरी पर कस्टम ड्यूटी को कम किया गया सेल्स टैक्स को बढाया गया|

इसी कांसेप्ट के आधार पर मोदी सरकार ने labour रेगुलेशन में बदलाव किये जिसके तहत मजदूर यूनियन बनाने पर अंकुश, Employer के Hire and Fire जैसे अधिकारों में बढ़ोतरी जैसे सुधार थे|

मोदी के पहले साल के कार्य काल में ही भारत की अर्थव्यवस्था 7.5% पर पहुँच गई | मोदी जी की दूसरी महत्वकांक्षी परियोजना पूरे भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर का जाल खड़ा करना है| इसके लिए फण्ड की आवश्यकता थी|

मोदी सरकार ने गरीवी उन्मूलन और सामाजिक कल्याण की परियोजनाओं पर सरकारी खर्च को कम किया| और इस पेसे को देश में ग्रामीण सड़कों, और बड़े हाईवे , रेलवे लाइन और स्मार्ट सिटी के विस्तार पर खर्च किया|

सितम्बर 2014 को “मेक इन इंडिया” जैसी महत्वकांक्षी परियोजना की घोषणा की, जिसके तहत विदेशी कंपनियों को भारत में आकर अपने उत्पाद बनाने के लिए आमंत्रित किया गया|

इस योजना के तहत ही 2018 में 100 से भी ज्यादा मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज भारत मे काम कर रही है| 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता है| source

नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी सरकारी योजनाएँ :-

1. प्रधानमंत्री आवास योजना
2. मुद्रा ऋण योजना
3. जन धन योजना
4. सुरक्षा बीमा योजना
5. उज्ज्वला योजना
6. अटल पेंशन योजना
7. प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना
8. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना
9. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना
10. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
11. प्रधानमंत्री ग्राम सिंचाई योजना
12. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना
13. प्रधानमंत्री जन औषधि योजना
14. उजाला स्कीम
15. स्वदेश दर्शन योजना
16. स्मार्ट सिटी मिशन योजना
17. स्वच्छ भारत मिशन योजना
18. किसान विकास पत्र योजना
19. डिजिटल इंडिया
20. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
21. मिशन इंद्रधनुष योजना
22. प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना
23. स्टार्टअप इंडिया और कौशल विकास योजना

Awards and Recognition :-

  • इंडिया टुडे के 2007 राष्ट्रीय सर्वे में मोदी को बेस्ट चीफ मिनिस्टर का ख़िताब दिया गया|
  • मार्च 2012 में नरेन्द्र मोदी को टाइम मैगज़ीन के एशियन एडिशन के कवर पेज पर प्रकाशित किया गया, कुछ ही भारतीय नेताओं को यह सम्मान मिल पाया है|
  • 2014 में CNN-IBN के द्वारा ‘Indian of the Year” के ख़िताब से सम्मानित किया गया|
  • 2014, 2015 or 2017 लगातार तीन साल तक विश्व के 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की सूचि में आने का भी सम्मान मोदी जी को मिला|
  • 2014 और 2016 के ‘Time magazine के Reader’s poll’ में ‘Person of the year’ का ख़िताब भी मिल चुका है|
  • Forbes Magazine 2014 के सर्वे के अनुसार मोदी जी विश्व के प्रभावशाली व्यक्तियों में 15वें स्थान पर थे| और 2015, 2016, 2018 में 9वें स्थान पर थे|
  • Bloomberg Markets Magazine’s के 2015 सर्वे के अनुसार विश्व के प्रभावशाली व्यक्तियों में 13वें स्थान पर आने का सम्मान भी  मोदी जी को मिल चुका है|
  • 2015 में ही टाइम्स मैगज़ीन के अनुसार इन्टरनेट के 30 सबसे ज्यादा प्रभावशाली व्यक्तियों में मोदी जी का नाम था इसके अलावा ट्विटर और फेसबुक  पर दुसरे नंबर पर सबसे ज्यादा फॉलोअर रखने वाले विश्व के दुसरे नेता थे|
  • 2015 में ही ‘Fortune Magazine’s’ की ‘First Annual list’ में ‘world Greatest Leaders’ की लिस्ट में मोदी जी को पांचवें स्थान पर रखा गया|
  • 2016 में मेडम तुस्सौद वैक्स म्यूजियम लन्दन में मोदी जी का मोम का पुतला लगाया गया

State Honours

गणेश कला क्रीडा मंच पर श्री पूना गुजराती बंधु समाज के शब्ताब्दी समारोह में नरेंद्र मोदी को गुजरात रत्न से सम्मानित किया गया.

नरेंद्र मोदी को ई-रतन अवार्ड भी मिल चूका हैं, यह अवार्ड भारत की “कंप्यूटर सोसायटी” ने दिया हैं|
2009 में एफडीआई मैगज़ीन ने नरेंद्र मोदी को “एफडीआई पर्सनलिटी ऑफ़ दी ईयर” का एशियन विनर घोषित किया|

3 अप्रैल 2016 को सऊदी अरब ने मोदी की अपना देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘Order of Abdulaziz Al saud’ से नवाज़ा|

4 जून 2016 अफगानिस्तान ने अपने देश के सबसे बड़े नागरिक सम्मान ‘state order of Ghazi Amir Amanullah Khan’ अवार्ड से नवाज़ा|

10 फरबरी 2018 को फिलिस्तीन(Palestine) ने अपने राज्य के सम्मान ‘State collar of the State of Palestine’ से नवाज़ा|

नरेन्द्र मोदी पर लिखी गई किताबें

Narendra Modi-The Game Changer :- यह किताब सुदेश वर्मा ने लिखी है| इसमें बताया गया है कैसे नरेन्द्र मोदी अपने काम और उसके सकारात्मक परिणाम के द्वारा अपने विपक्षी नेताओं और आलोचकों को जवाब देते हैं| यह किताब मोदी और इनके नजदीकी लोगों
के साक्षात्कार के आधार पर लिखी गई है|

The Man of The Moment-Narendra Modi:- यह किताब M.V Kamath or Kalindi Randeri के
द्वारा लिखी गई है|

Narendra Modi A Political Biography :- यह किताब Andi Marino द्वारा लिखी गई है|

Centre Stage-Inside The Narendra Modi Modal of Governence:- यह किताब उदय माहुरकर के द्वारा लिखी गई है|

The Namo Story-A Political Life:- इस किताब के लेखक किन्ग्शुक नाग हैं|

Modi-Making of a Prime Minister:- यह किताब विवियन फर्नांडिस के द्वरा लिखी गई है|

नरेन्द्र मोदी द्वारा लिखी गई किताबें:-

सामाजिक समरता:- इस किताब में नरेन्द्र मोदी ने भारत के लिए एक ऐसे समाज की कल्पना की है जो जाति के भाव से मुक्त हो और एक ऐसा समाज जहा समाज में सामंजय हो प्यार हो सद्भावना हो|

Adobe of Love:- यह किताब नरेंद्र मोदी की लिखी हुईं 8 कहानियों का संग्रह है|

साक्षी भाव:- यह माँ को लिखे पत्रों की सीरिज है| यह मोदी के अंतर्मन और उनके भावों को बताती है|

ज्योतिपुंज:- इस किताब में नरेन्द्र मोदी जी ने उन सभी व्यक्तियों के बारे में लिखा है जिनसे मोदी जी प्रभावित हुए| यह किताब उनके प्रचारक जीवन पर भी प्रकाश डालती है|

प्रेमतीर्थ:- यह किताब एक कहानियों का संग्रह है| जहाँ मोदी जी ने माँ के प्यार को बहुत ही सरल भाषा में समझाने की कोशिश की है|

Convenient Action: (Gujrat’s Response to Challenges of Climate Change):-
यह किताब अग्रेजी में लिखी गई है| यह किताब गुजरात राज्य में जलवायु परिवर्तन और राज्य को इसका कैसे सामना करना है इसके बारे में बताया गया है|

केल्वे ते केलवानी:- यह किताब गुजरती भाषा में लिखी गई है| जिसका मतलब होता है “शिक्षा वो होती है जो पोषण देती है” यह मोदी जी प्रेरणा दायक
वक्तव्यों का संग्रह है|

source

नरेन्द्र मोदी एक प्रेरणा श्रोत:-

नरेन्द्र मोदी जी का पूरा जीवन ही एक प्रेरणा श्रोत है| जहाँ आज का युवा राजनीती में सिर्फ पैसा कमाने के लिए आना चाहता है|

वहीँ मोदी जी के पूरे राजनितिक जीवन में कभी सरकारी श्रोतों को न अपने निजी स्वार्थ के लिए प्रयोग किया और न ही अपने परिवार को अनुचित रूप से फायदा पहुचाया|

आज भी मोदी जी के परिवार के सदस्य अपनी क्षमता के अनुसार कार्य कर रहे हैं| उनकी माँ भी एक साधारण से घर में ही रहती हैं|

नरेन्द्र मोदी जी का पूरा जीवन ही कर्म प्रधान है| इतनी उम्र में भी वे 18 घंटे काम करते हैं| आज के भारत के युवा के लिए नरेन्द्र मोदी जी एक प्रेरणा श्रोत है| युवाओं को यह मानना पड़ेगा राजनीती सिर्फ और सिर्फ देश के लिए निश्वार्थ भाव से कार्य करने का मात्रा एक सुअवसर है अपने लिए पैसा जुटाने का जरिया नहीं|

साधुवाद:-

दोस्तो, आपको नरेन्द्र मोदी जी के बारे में यह जानकारी (Narendra Modi biography and history in Hindi) आपको जरूर पसंद आई होगी| समय के साथ इस आर्टिकल को आगे अपडेट करते रहेंगे|

अगर आपके पास नरेन्द्र दामोदर दास मोदी से सम्बंधित कोई अतिरिक्त कहानी (story), जानकारी (information) हो तो आप हमें viralfactsindia@gmail.com पर भेज सकते हैं|

नरेन्द्र मोदी के प्रेरक कथन और सुविचार

Share your love
Anurag Pathak
Anurag Pathak

इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

Articles: 553

3 Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *