Lord Ganesha Mantra in Hindi | भगवान् गणेश के मन्त्र अर्थ सहित

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Lord Ganesha Mantra in sanskrit in Hindi meaning, good health, success, financial obstacles study | भगवान् गणेश के मंत्र अर्थ सहित, स्वास्थ्य, सफलता, विघ्न बाधाएं,

भगवान् गणेश हिन्दुओं के प्रथम पूज्य देवता हैं| हिन्दू किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले गणपति की पूजा अराधना करते हैं|

भगवान् गणेश के कई मन्त्र हैं जिनका जाप करने से धन धान्य, जीवन मे सुख शांति और कारोबार में सफलता मिलती है|

आइये चर्चा करते हैं ऐसे ही गणेश जी के मन्त्रों की

गणपति पूजन में क्या करे क्या न करे-

सर्वप्रथम यह जान ले की श्री गणेश जी को तुलसी दल नहीं चढ़ाना चाहिए | इसलिए गणेश पूजन में तुलसी दल का प्रयोग न करे |

भवन में कभी भी तीन गणेश की पूजा नहीं करनी चाहिए|

गणेश आराधना में तुलसी की माला का प्रयोग नहीं करना चाहिए अर्थात किसी भी गणेश मंत्र को तुलसी की माला पर जाप न करें|

इसके अलावा भी गणेश पूजन में काले और नीले कपड़े न पहने

इस मंत्र के द्वारा प्रातः काल भगवान श्री गणेश जी का स्मरण करना चाहिए

प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम् |
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयोः शिवाय ||

गणेश बीज मन्त्र (Ganesha Beej Mantra)

Ganesh Mantra for success in study

निम्नलिखित मन्त्र का जाप करें भगवान गणेश से विलक्षण बुद्धि प्राप्त करने के लिए

ऊँ गं गणपतये नमः।।

Om Gang Ganpataye Namah

शास्त्रोक्त वचन अनुसार यह गणेश मंत्र त्वरित, चमत्कारिक, आर्थिक प्रगति व समृध्दिदायक, समस्त बाधाएं दूर करने और बुद्धि का विकास करने वाला मन्त्र है।

Most Powerful Ganesha Mantra with hindi meaning

ganesh mantra in hindi

बाधाओं को दूर करने और सफलता के लिए गणेश मन्त्र

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।

Ganesha Mantra for Success in Business (कारोबार में सफलता के लिए गणेश मन्त्र)

एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

गणेश गायत्री मन्त्र हिंदी अर्थ सहित (Ganesha Gyatri Mantra)

ऊँ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्ती प्रचोदयात्।

शत्रु द्वारा कि गई तांत्रिक क्रिया को नष्ट करने व विविध कामनाओं कि शीघ्र पूर्ति हेतु यह मंत्र लाभकारी है

ॐ वक्रतुंडाय हुम्‌ ।

आलस्य, निराशा, कलह, विघ्न दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप करे |

ॐ हस्ति पिशाचि लिखे स्वाहा ।

मंत्र जाप से कर्म बंधन, रोगनिवारण, समस्त विघ्न, कुबुद्धि, कुसंगत्ति, दूर्भाग्य, से मुक्ति होती हैं व आध्यात्मिक चेतना, धन प्राप्त होता है।

ॐ गं क्षिप्रप्रसादनाय नम:।

सुख, सौभाग्य, रोजगार प्राप्ति व आर्थिक समृद्धि हेतु –

ॐ गूं नम:।

लक्ष्मी प्राप्ति एवं व्यवसाय बाधा निवारण हेतु

ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ग्लौं गं गण्पत्ये वर वरदे नमः ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात।

समस्त विघ्नो, बाधाओं एवं संकटो के निवारण हेतु

Ganesh Mantra To Remove Obstacles

ॐ गीः गूं गणपतये नमः स्वाहा।

गणपतिर्विघ्नराजो लम्बतुण्डो गजाननः।
द्वैमातुरश्च हेरम्ब एकदन्तो गणाधिपः॥
विनायकश्चारुकर्णः पशुपालो भवात्मजः।
द्वादशैतानि नामानि प्रातरुत्थाय यः पठेत्‌॥
विश्वं तस्य भवेद्वश्यं न च विघ्नं भवेत्‌ क्वचित्‌।

विवाह बाधा, त्रैलोक्य मोहन व सौभाग्य वृद्धि हेतु –

ॐ श्री गं सौभाग्य गणपत्ये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

दिव्य ज्ञान, मार्गदर्शन व सामाजिक प्रतिष्टा प्राप्ति हेतु –

ॐ वक्रतुण्डेक द्रष्टाय क्लीं हीं श्रीं गं गणपतये वर वरद सर्वजनं मं वशमानय स्वाहा ।

मुकदमे में सफलता प्राप्ति हेतु

ॐ वर वरदाय विजय गणपतये नमः।

वाद-विवाद, कोर्ट कचहरी में विजय प्राप्ति, शत्रु भय से मुक्ति हेतु

ॐ गं गणपतये सर्वविघ्न हराय सर्वाय सर्वगुरवे लम्बोदराय ह्रीं गं नमः।

यात्रा में सफलता प्राप्ति हेतु –

ॐ नमः सिद्धिविनायकाय सर्वकार्यकर्त्रे सर्वविघ्न प्रशमनाय सर्व राज्य वश्य कारनाय सर्वजन सर्व स्त्री पुरुषाकर्षणाय श्री ॐ स्वाहा।

यह हरिद्रा गणेश साधना का चमत्कारी मंत्र हैं।

ॐ हुं गं ग्लौं हरिद्रा गणपत्ये वरद वरद सर्वजन हृदये स्तम्भय स्वाहा।

गृह कलेश निवारण एवं परिवार में सुखशान्ति कि प्राप्ति हेतु

ॐ ग्लौं गं गणपतये नमः।

दरिद्रता नाश व धन प्राप्ति हेतु

ॐ गं लक्ष्म्यौ आगच्छ आगच्छ फट्।

व्यापार बाधा निवारण एवं व्यापर में निरंतर उन्नति हेतु

ॐ गणेश महालक्ष्म्यै नमः।

असाध्य रोगों से मुक्ति हेतु

ॐ गं रोग मुक्तये फट्।

मनोकामना पूर्ति हेतु

ॐ अन्तरिक्षाय स्वाहा।

उत्तम संतान प्राप्ति हेतु

गं गणपत्ये पुत्र वरदाय नमः।

ऋण मोचन हेतु

ॐ श्री गणेश ऋण छिन्धि वरेण्य हुं नमः फट ।

श्री गणेश की पूजा के मन्त्र अर्थ सहित

Lord Ganesha Mantra during pooja with meaning in hindi

इस मंत्र के द्वारा भगवान गणेश का दीप दर्शन कराना चाहिए

साज्यं च वर्तिसंयुक्तं वह्निना योजितं मया |
दीपं गृहाण देवेश त्रैलोक्यतिमिरापहम् |
भक्त्या दीपं प्रयच्छामि देवाय परमात्मने |
त्राहि मां निरयाद् घोरद्दीपज्योत

भगवान गणपति की पूजा के दौरान सिन्दूर अर्पण करने का मन्त्र

सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम् |
शुभदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम् ||

इस मंत्र के द्वारा भगवान गणेश को नैवेद्य (मिष्ठान) समर्पित करने का मन्त्र

नैवेद्यं गृह्यतां देव भक्तिं मे ह्यचलां कुरू |
ईप्सितं मे वरं देहि परत्र च परां गरतिम् ||
शर्कराखण्डखाद्यानि दधिक्षीरघृतानि च |
आहारं भक्ष्यभोज्यं च नैवेद

भगवान गणेश की पूजा करते समय पुष्प-माला समर्पित करने का मन्त्र

माल्यादीनि सुगन्धीनि मालत्यादीनि वै प्रभो |
मयाहृतानि पुष्पाणि गृह्यन्तां पूजनाय भोः ||

गणपति पूजन के दौरान यज्ञोपवीत समर्पित करने का मन्त्र

नवभिस्तन्तुभिर्युक्तं त्रिगुणं देवतामयम् |
उपवीतं मया दत्तं गृहाण परमेश्वर ||

पूजा के दौरान श्री गणेश को आसन समर्पण करना चाहिए

नि षु सीड गणपते गणेषु त्वामाहुर्विप्रतमं कवीनाम् |
न ऋते त्वत् क्रियते किंचनारे महामर्कं मघवन्चित्रमर्च ||

गणेश पूजा के उपरान्त गणपति को प्रणाम करने का मन्त्र

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धिताय |
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते ||

भगवान गणेश की पूजा करते समय श्री गणेश का आवाहन करने का मन्त्र

गणानां त्वा गणपतिं हवामहे प्रियाणां त्वा प्रियपतिं हवामहे |
निधीनां त्वा निधिपतिं हवामहे वसो मम आहमजानि गर्भधमा त्वमजासि गर्भधम् ||

भगवान गणेश जी का ध्यान करने का मन्त्र

खर्व स्थूलतनुं गजेन्द्रवदनं लम्बोदरं सुन्दरं प्रस्यन्दन्मदगन्धलुब्धमधुपव्यालोलगण्डस्थलम |
दंताघातविदारितारिरूधिरैः सिन्दूरशोभाकरं वन्दे शलसुतासुतं गणपतिं सिद्धिप्रदं कामदम् ||

इस मंत्रों के अतिरिक्त गणपति अथर्वशीर्ष, संकटनाशक गणेश स्त्रोत, गणेशकवच, संतान गणपति स्त्रोत, ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत, मयूरेश स्त्रोत, गणेश चालीसा का पाठ करने से गणेश जी की शीघ्र कृपा प्राप्त होती है ।

Lord Ganesha Prayer Mantra in Hindi

भगवान् गणेश की प्रार्थना के मन्त्र

यहाँ भगवान् गणपति (गणेश) के अन्य मन्त्र दिए हुए हैं| मन्त्र का अर्थ देखकर अपने जीवन की समस्या के अनुसार इनकी माला और उच्चारण कर सकते हैं|

गजाननाय महसे प्रत्यूहतिमिरच्छिदे ।
अपारकरुणापूरतरङ्गितदृशे नमः ॥

हिंदी अर्थ:- अन्धकार का नाश करने वाले, अथाह करुणारूप जलराशि से तरंगति नेत्रों वाले गणेश नामक ज्योतिपुंज को मेरा नमस्कार है ।

सृजन्तं पालयन्तं च संहरन्तं निजेच्छया ।
सर्वविध्नहरं देवं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो अपनी इच्छा से संसार की सृष्टि, पालन और संहार करते हैं, उन सर्वविघ्नहारी देवता मयूरेश गणेश को मैं सादर प्रणाम करता हूँ ।

गजाननाय पूर्णाय साङ्ख्यरूपमयाय ते ।
विदेहेन च सर्वत्र संस्थिताय नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ;- हे गणपति, आप गज (हाथी) के समान मुख धारण करने वाले, पूर्ण परमात्मा और ज्ञानस्वरूप हैं । आप निराकार रूप से सर्वत्र विद्यमान हैं, आपको बारम्बार मेरा नमस्कार है ।

ऊँ नमो विघ्नराजाय सर्वसौख्यप्रदायिने ।
दुष्टारिष्टविनाशाय पराय परमात्मने ॥

हिंदी अर्थ:- सम्पूर्ण सुख प्रदान करने वाले सच्चिदानन्दस्वरूप विघ्नहरण गणेश को मेरा बारम्बार नमस्कार है। जो दुष्ट अहित करने वाले ग्रहों का नाश करने वाले परात्परा परमात्मा हैं, उन गणपति को नमस्कार है ।

नमस्ते गणनाथाय गणानां पतये नमः ।
भक्तिप्रियाय देवेश भक्तेभ्यः सुखदायक ॥

हिंदी अर्थ;- भक्तों को सुख देने वाले हे देवेश्वर, आप भक्ति प्रिय हैं तथा गणों के आधिपति हैं। आप गणनाथ को मेरा नमस्कार है।

वेदान्तवेद्यं जगतामधीशं देवादिवन्द्यं सुकृतैकगम्यम् ।
स्तम्बेरमास्यं नवचन्द्रचूडं विनायकं तं शरणं प्रपद्ये ॥

हिंदी अर्थ:- मैं उन भगवान् विनायक की शरण ग्रहण करता हूँ, जो वेदों में वर्णित परब्रह्म हैं, त्रिभुवन के स्वामी हैं, देवता-सिद्धादि से पूजित हैं, एक मात्र पुण्य से ही प्राप्त होने वाले हैं और जिन गजानन के भालपर द्धितीया की चन्द्ररेखा सुशोभित रहती है, ऐसे गणपति को मेरा नमस्कार है|

प्रणम्य शिरसा देवं गौरीपुत्रं विनायकम् ।
भक्तावासं स्मरेन्नित्यं आयुःकामार्थसिद्धये ॥

हिंदी अर्थ:- भक्त के हृदय में वास करने वाले गौरी पुत्र विनायक को वंदन करने के पश्चात , दीर्घायु , सुख -समृद्धि एवं सर्व इच्छा पूर्ति हेतु उनका अखंड स्मरण करना चाहिए !

किं स्तौमि त्वां गणाधीश योगशान्तिधरं परम् ।
वेदादयो ययुः शान्तिमतो देवं नमाम्यहम्॥

हिंदी अर्थ;- गणपति आप योग शान्तिधारी उत्कृष्ट देवता हैं, मैं आपकी क्या स्तुति कर सकता हूँ, आपकी स्तुति करने में तो वेद आदि भी शान्ति धारण कर लेते हैं अतः मैं आप को नमस्कार करता हूँ ।

मूषिकोत्तममारुह्य देवासुरमहाहवे ।
योद्धुकामं महावीर्यं वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ:- श्रेष्ठ मूषक पर सवार होकर देवासुर महासंग्राम में युद्ध की इच्छा करने वाले महान् बलशाली गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ ।

नमामि देवं सकलार्थदं तं सुवर्णवर्णं भुजगोपवीतम्ं।
गजाननं भास्करमेकदन्तं लम्बोदरं वारिभावसनं च॥

हिंदी अर्थ:- मैं उन भगवान् गजानन की वन्दना करता हूँ, जो समस्त कामनाओं को पूर्ण करने वाले हैं, सुवर्ण तथा सूर्य के समान देदीप्यमान कान्ति से चमक रहे हैं, सर्पका यज्ञोपवीत धारण करते हैं, एकदन्त हैं, लम्बोदर हैं तथा कमल के आसन पर विराजमान हैं ।

पुराणपुरुषं देवं नानाक्रीडाकरं मुद्रा ।
मायाविनां दुर्विभावयं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो पुराणपुरुष हैं और प्रसन्नतापूर्वक नाना प्रकार की क्रीडाएँ करते हैं, जो माया के स्वामी हैं तथा जिनका स्वरूप दुर्विभाव्य है, उन मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।

सर्वशक्तिमयं देवं सर्वरूपधरं विभुम् ।
सर्वविद्याप्रवक्तारं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो सर्वशक्तिमय, सर्वरूपधारी, सर्वव्यापक और सम्पूर्ण विद्याओं के प्रवक्ता हैं, उन भगवान् मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।

अमेयाय च हेरम्ब परशुधारकाय ते ।
मूषक वाहनायैव विश्वेशाय नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- हे हेरम्ब ! आपको किन्ही प्रमाणों द्वारा मापा नहीं जा सकता, आप परशु धारण करने वाले हैं, आपका वाहन मूषक है । आप विश्वेश्वर को बारम्बार नमस्कार है ।

सिद्धिबुद्धि पते नाथ सिद्धिबुद्धिप्रदायिने ।
मायिन मायिकेभ्यश्च मोहदाय नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- नाथ ! आप सिद्धि और बुद्धि के पति हैं तथा सिद्धि और बुद्धि प्रदान करने वाले हैं । माया के अधिपति तथा मायावियों को मोह मे डालने वाले हैं । आपको बारम्बार नमस्कार है ।

एकदन्तं महाकायं तप्तकाञ्चनसन्निभम् लम्बोदरं
विशालाक्षं वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ:- एक दाँतवाले, महान् शरीरवाले, तपाये गये सुवर्ण के समान कान्तिवाले, लम्बे पेटवाले और बड़ी-बड़ी आँखोंवाले गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ ।

नमामि देवं द्धिरदाननं तं यः सर्वविघ्नं हरते जनानाम् ।
धर्मार्थकामांस्तनुतेऽखिलानां तस्मै नमो विघ्नविनाशनाय ॥

हिंदी अर्थ:- मैं उन गजाननदेव को नमस्कार करता हूँ, जो लोगों के समस्त विघ्नों का अपहरण करते हैं । जो सबके लिए धर्म, अर्थ और कामका विस्तार करते हैं, उन विघ्नविनाशन गणेश को नमस्कार है ।

नमस्ते योगरूपाय सम्प्रज्ञातशरीरिणे ।
असम्प्रज्ञातमूर्ध्ने ते तयोर्योगमयाय च ॥

हिंदी अर्थ:- हे गणेश्वर ! सम्प्रज्ञात समाधि आपका शरीर तथा असम्प्रज्ञात समाधि आपका मस्तक है । आप दोनों के योगमय होने के कारण योगस्वरूप हैं, आपको नमस्कार है ।

ब्रह्मभ्यो ब्रह्मदात्रे च गजानन नमोऽस्तु ते ।
आदिपूज्याय ज्येष्ठाय ज्येष्ठराजाय ते नमः ॥

हिंदी अर्थ:- आप ब्राह्मणों को ब्रह्म देते हैं, हे गजानन ! आपको नमस्कार है । आप प्रथम पूजनीय, ज्येष्ठ और ज्येष्ठराज हैं, आपको नमस्कार है ।

अम्बिकाहृदयानन्दं मातृभिः परिवेष्टितम् ।
भक्तिप्रियं मदोन्मत्तं वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ: भगवती पार्वती के हृदय को आनन्द देने वाले, मातृकाओं से अनावृत, भक्तों के प्रिय, मद से उन्मत्त की तरह बने हुए गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ ।

एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्॥

हिंदी अर्थ: जो एक दाँत से सुशोभित हैं, विशाल शरीर वाले हैं, लम्बोदर हैं, गजानन हैं तथा जो विघ्नोंके विनाशकर्ता हैं, मैं उन दिव्य भगवान् हेरम्बको प्रणाम करता हूँ

प्रातः स्मरामि गणनाथमनाथबन्धुं
सिन्दूरपूरपरिशोभितगण्डयुगमम्
उद्दण्डविघ्नपरिखण्डनचण्डदण्ड
माखण्डलादिसुरनायकवृन्दवन्द्यम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो इन्द्र आदि देवेश्वरों के समूह से वन्दनीय हैं, अनाथों के बन्धु हैं, जिनके युगल कपोल सिन्दूर राशि से अनुरञ्जित हैं, जो प्रवल विघ्नों का खण्डन करने के लिए प्रचण्ड दण्डस्वरूप हैं, उन श्रीगणेश जी का मैं प्रातः काल स्मरण करता हूँ ।

पार्वतीनन्दनं शम्भोरानन्दपरिवर्धनम् ।
भक्तानन्दकरं नित्यं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो पार्वती जी को पुत्र रूप से आनन्द प्रदान करते और भगवान् शंकर का भी आनन्द बढ़ाते हैं, उन भक्तानन्दवर्धन मयूरेश गणेश को मैं नित्य नमस्कार करता हूँ ।

अनन्तविभायैव परेषां पररुपिणे ।
शिवपुत्राय देवाय गुहाग्रजाय ते नमः ॥

हिंदी अर्थ:- आपका वैभव अनन्त है, आप परात्पर हैं, भगवान् शिव के पुत्र तथा स्कन्द के बड़े भाई हैं, आप को नमस्कार है ।

लम्बोदराय वै तुभ्यं सर्वोदरगताय च ।
अमायिने च मायाया आधाराय नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- आप लंबोदर हैं, जठरानल रूप मे सबके उदर मे निवास करते हैं, आप पर किसी की माया नही चलती और आप ही माया के आधार हैं । आपको बार-बार मेरा नमस्कार है ।

मात्रे पित्रे च सर्वेषां हेरम्बाय नमो नमः ।
अनादये च विघ्नेश विघ्नकर्त्रे नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- सबके माता और पिता हेरम्ब को बारम्बार नमस्कार है । हे विघ्नेश्वर ! आप अनादि और विघ्नों के भी जनक हैं , आपको बार-बार नमस्कार है ।

द्धिरदवदन विषमरद वरद जयेशान शान्तवरसदन ।
सदनवसादन सादनमन्तरायस्य रायस्य ॥

हिंदी अर्थ:- हाथी के मुख वाले, एकदन्त, वरदायी, ईशान, परमशान्ति एवं समृद्धि के आश्रय, सज्जनों के क्लेशहर्ता और विघ्नविनाशक हे गणपति ! आपकी जय हो ।

वामाङ्गे भ्रान्तिरूपा ते सिद्धिः सर्वप्रदा प्रभो ।
भ्रान्तिधारकरूपा वै बुद्धिस्ते दक्षिणाङ्गके ॥

हिंदी अर्थ:- प्रभो ! आपके वामांग में भ्रान्तिरूपा सिद्धि विराजमान हैं, जो सब कुछ देनेवाली हैं तथा आपके दाहिने अंग में भ्रान्तिधारक रूपवाली बुद्धि देवी स्थित हैं ।

अनामयाय सर्वाय सर्वपूज्याय ते नमः ।
सगुणाय नमस्तुभ्यं ब्रह्मणे निर्गुणाय च ॥

हिंदी अर्थ:- आप रोगरहित, सर्वस्वरूप और सबके पूजनीय हैं आपको नमस्कार है । आप ही सगुन और निर्गुण ब्रह्म हैं, आपको नमस्कार है ।

जय सिद्धिपते महामते जय बुद्धीश जडार्तसद्गते ।
जय योगिसमूहसद्गुरो जय सेवारत कल्पनातरो ॥

हिंदी अर्थ:- हे सिद्धिपते ! हे महापते ! आपकी जय हो । हे बुद्धिस्वामिन् ! हे जड़मति तथा दुःखियों के सद्गति-स्वरूप ! आपकी जय हो ! हे योगियों के सद्गुरु ! आपकी जय हो । हे सेवापरायणजनों के लिये कल्पवृक्षस्वरूप ! आपकी जय हो !

विघ्नेश्वराय वरदाय सुरप्रियाय लम्बोदराय सकलाय जगद्धितायं।
नागाननाय श्रुतियज्ञविभूषिताय गौरीसुताय गणनाथ नमो नमस्ते॥

हिंदी अर्थ:- विघ्नेश्वर, वर देनेवाले, देवताओं को प्रिय, लम्बोदर, कलाओंसे परिपूर्ण, जगत् का हित करनेवाले, गजके समान मुखवाले और वेद तथा यज्ञ से विभूषित पार्वतीपुत्र को नमस्कार है; हे गणनाथ ! आपको नमस्कार है ।

आवाहये तं गणराजदेवं रक्तोत्पलाभासमशेषवन्द्दम् ।
विध्नान्तकं विध्नहरं गणेशं भजामि रौद्रं सहितं च सिद्धया ॥

हिंदी अर्थ:- जो देवताओं के गण के राजा हैं, लाल कमल के समान जिनके देह की आभा है, जो सबके वन्दनीय हैं, विघ्न के काल हैं, विघ्नों को हरनेवाले हैं, शिवजी के पुत्र हैं, उन गणेशजी का मैं सिद्धि के साथ आवाहन और भजन करता हूँ ।

तमः स्तोमहारनं जनाज्ञानहारं त्रयीवेदसारं परब्रह्मसारम् ।
मुनिज्ञानकारं विदूरेविकारं सदा ब्रह्मरुपं गणेशं नमामः ॥

हिंदी अर्थ:- जो अज्ञानान्धकार राशि के नाशक, भक्तजनों के अज्ञान के निवारक, तीनों वेदों के सारस्वरूप, परब्रह्मसार, मुनियों को ज्ञान देनेवाले तथा मनोविकारों से सदा दूर रहनेवाले हैं । उन ब्रह्मरूप गणेश को हम नमस्कार करते हैं ।

पार्वतीनन्दनायैव देवानां पालकाय ते ।
सर्वेषां पूज्यदेहाय गणेशाय नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- जो देवी पार्वती को आनन्दित करने वाले, देवताओं के रक्षक हैं और जिनका श्रीविग्रह सबके लिए पूजनीय है, उन आप गणेशजी को बारम्बार नमस्कार है ।

त्रिलोकेश गुणातीत गुणक्षोम नमो नमः
त्रैलोक्यपालन विभो विश्वव्यापिन् नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- हे त्रैलोक्य के स्वामी ! हे गुणातीत ! हे गुणक्षोभक ! आपको बार-बार नमस्कार है । हे त्रिभुवनपालक ! हे विश्वव्यापिन् विभो ! आपको बार-बार नमस्कार है ।

लम्बोदरं महावीर्यं नागयज्ञोपशोभितम् ।
अर्धचन्द्रधरं देवं विघ्नव्यूहविनाशनम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो महापराक्रमी, लम्बोदर, सर्पमय यज्ञोपवीत से सुशोभित, अर्धचन्द्रधारी और विघ्न-समूह का विनाश करनेवाले हैं, उन गणपतिदेव की मैं वन्दना करता हूँ ।

सर्वविघ्नहरं देवं सर्वविघ्नविवर्जितमम्
सर्वसिद्धिप्रदातारं वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ:- सभी प्रकार के विघ्नों का हरण करनेवाले, सभी प्रकार के विघ्नों से रहित तथा सभी प्रकार की सिद्धियों को देनेवाले भगवान् गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ ।

मायासिद्धिस्तथा देवो मायिको बुद्धिसंज्ञितः ।
तयोर्योगे गणेशान त्वं स्थितोऽसि नमोऽस्तु ते ॥

हिंदी अर्थ:- भ्रान्ति अथवा माया सिद्धि है और उसे धारण करनेवाले गणेशदेव मायिक हैं । बुद्धि संज्ञा भी उन्ही की है । हे गणेश्वर ! आप सिद्धि और बुद्धि दोनों के योग में स्थित हैं। आपको बारम्बार नमस्कार है ।

गजवक्त्रं सुरश्रेष्ठं कर्णचामरभूषितम् ।
पाशाङ्कुशधरं देवं वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ:- हाथी के मुख वाले देवताओं में श्रेष्ठ, कर्णरूपी चामरों से विभूषित तथा पाश एवं अंकुश को धारण करनेवाले भगवान् गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ ।

जननीजनकसुखप्रदो निखलानिष्ठहरोऽखिलेष्टदः ।
गणनायक एव मामवेद्रदपाशाङ्कुमोदकान् दधत् ॥

हिंदी अर्थ:- माता-पिता को सुख देनेवाले, सम्पूर्ण विघ्न दूर करनेवाले, सम्पूर्ण कामनाएँ पूर्ण करनेवाले एवं दन्त-पाश-अंकुश-मोदक धारण करनेवाले गणनायक मेरी रक्षा करें ।

द्वविमौ ग्रसते भूमिः सर्पो बिलशयानिवं।
राजानं चाविरोद्धारं ब्राह्मणं चाप्रवासिनम्॥

हिंदी अर्थ:- जिस प्रकार बिल में रहने वाले मेढक, चूहे आदि जीवों को सर्प खा जाता है, उसी प्रकार शत्रु का विरोध न करने वाले राजा और परदेस गमन से डरने वाले ब्राह्मण को यह समय खा जाता है ।

परात्परं चिदानन्दं निर्विकारं हृदि स्थितम् ।
गुणातीतं गुणमयं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो परात्पर, चिदानन्दमय, निर्विकार, सबके हृदय में अंतर्यामी रूप से स्थित, गुणातीत एवं गुणमय हैं, उन मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।

सर्वाज्ञाननिहन्तारं सर्वज्ञानकरं शुचिम् ।
सत्यज्ञानमयं सत्यं मयूरेशं नमाम्यहम् ॥

हिंदी अर्थ:- जो समस्त वस्तुविषयक अज्ञान के निवारक, सम्पूर्ण ज्ञान के उद्गम, पवित्र, सत्य-ज्ञान स्वरूप तथा सत्यनामधारी हैं, उन मयूरेश गणेश को मैं प्रणाम करता हूँ ।

स्वनन्दवासिने तुभ्यं शिवस्य कुलदैवत ।
विष्णवादीनां विशेषेण कुलदेवताय ते नमः ॥

हिंदी अर्थ:- भगवान शिव के कुलदेवता आप अपने स्वरूपभूत स्वानन्द-धाम मे निवास करने वाले हैं। विष्णु आदी देवताओं के तो आप विशेष रूप से कुलदेवता हैं । आपको नमस्कार है ।

मायातीताय भक्तानां कामपूराय ते नमः ।
सोमसूर्याग्निनेत्राय नमो विश्वम्भराय ते ॥

हिंदी अर्थ:- मायातीत और भक्तों की कामना-पूर्ति करने वाले आपको नमस्कार है। चन्द्र, सूर्य और अग्नि जिनके नेत्र हैं और जो विश्व का भरण करने वाले हैं, ऐसे प्रभु को मेरा नमस्कार है ।

गुरुदराय गुरवे गोप्त्रे गुह्यासिताय ।
गोप्याय गोपिताशेषभुवनाय चिदात्मने ॥

हिंदी अर्थ:- भारी पेट वाले, गुरु, गोप्ता (रक्षक), गूढ़स्वरुप तथा सब ओर से गौर हैं, जिनका स्वरूप और तत्त्व गोपनीय हैं तथा जो समस्त भुवनों के रक्षक हैं, उन चिदात्मा आप गणपति को मेरा नमस्कार है ।

विश्वमूलाय भव्याय विश्वसृष्टिकराय ते ।
नमो नमस्ते सत्याय सत्यपूर्णाय शुण्डिने ॥

हिंदी अर्थ:- जो विश्व के मूल कारण, कल्याणस्वरूप संसार की सृष्टि करने वाले, सत्यरूप, सत्यपूर्ण तथा हैं, उन शूड धारी हैं ऐसे गणेश्वर को बारम्बार मेरा नमस्कार है।

जगद्रूपो गकारश्च णकारो ब्रह्मवाचकः ।
तयोर्योगे गणेशाय नाम तुभ्यं नमो नमः ॥

हिंदी अर्थ:- गकार जगत्स्वरूप है और णकार ब्रह्म का वाचक है । उन दोनों के योग में विद्यमान आप गणेश-देवता को बारम्बार मेरा प्रणाम है ।

मौञ्जीकृष्णाजिनधरं नागयज्ञोपवीतिनम् ।
बालेन्दुशकलं मौलौ वन्देऽहं गणनायकम् ॥

हिंदी अर्थ:- मुंजकी मेखला एवं कृष्णमृगचर्म को धारण (पहनने) करने वाले तथा नाग को यज्ञोपवीत (जनेऊ) की तरह पहनने वाले और सिर पर चन्द्रमा को धारण करने वाले गणनायक गणेश की मैं वन्दना करता हूँ।

गजराजमुखाय ते नमो मृगराजोत्तमवाहनाय ते ।
द्विजराजकलाभृते नमो गणराजाय सदा नमोऽस्तु ते ॥

हिंदी अर्थ:- गजराज (हाथी) के समान मुख वाले आपको नमस्कार है, मृगराज से भी उत्तम वाहन धारण करने वाले आपको नमस्कार है, चन्द्रकलाधारी आपको नमस्कार है और गणों (शिव सेना) के स्वामी आपको सदा नमस्कार है।

गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्ं।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्॥

हाथी के समान मुख वाले, भूतगणादिसे सदा सेवित, कैथ तथा जामुन फल जिनके प्रिय भोजन हैं, पार्वती के पुत्र, सभी मनुष्य के शोक का विनाश करने वाले, उन विघ्नेश्वर के चरणकमलों में नमस्कार करता हुँ।

आशा करते हैं lord ganesha mantra in sanskrit with hindi meaning से आपका अध्यात्मिक लाभ अवश्य हुआ होगा|

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Anurag Pathak
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इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

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