हनुमान जी का व्रत कैसे करें, महत्त्व, पूजा विधि
हनुमान जी का व्रत कैसे करें | मंगलवार के व्रत का महत्त्व, पूजा विधि | How to do tuesdya fast for Hanuman ji in Hindi | दोस्तो, हनुमानजी ही ऐसे देवता है जो बहुत जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं|…
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हनुमान जी का व्रत कैसे करें | मंगलवार के व्रत का महत्त्व, पूजा विधि | How to do tuesdya fast for Hanuman ji in Hindi | दोस्तो, हनुमानजी ही ऐसे देवता है जो बहुत जी जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं|…
प्रात:काल बिस्तर में उतरने से पहले यानी पृथ्वी पर पैर रखने से पूर्व पृथ्वीमाता का अभिवादन करना चाहिए, क्योकि हमारे पूर्वजो ने इसका विधान बनाकर इसे धार्मिक रूप इसीलिए दिया, ताकि हम धरतीमाता के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट कर सकें…
शास्त्रों में प्रात: काल जगते ही बिस्तर पर सबसे पहले दोनों हाथो की हथेलियों के दर्शन करने का विधान बताया गया है | दर्शन के दौरान निम्नलिखित श्लोक का उच्चारण करना चाहिए– कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती | करमूले तु…
मशीनरी से सम्बंधित व्यवसायों में विश्वकर्मा की पूजा करने के बाद ही कार्यारंभ किया जाता है, ताकि कारखाने में कोई दुर्घटना न हो और कार्य में निरंतर सफलता मिले, यही विश्वकर्मा पूजन का रहस्य है | प्रभु ही विश्व के…
श्रीमदभागवद महापुराण के पांचवे स्कन्द में लिखा है कि पृथ्वी के नीचे पाताललोक है और इसके स्वामी शेषनाग है | श्री शुकदेव के मतानुसार पटल में तीस हजार योजन दूर शेषजी विराजमान है | शेषजी के सिर पर पृथ्वी रखी…
गुण, कर्म, स्वभाव में उत्कृष्ट, दिव्यस्वरूप और इच्छित फल देने की सामर्थ्य जिसके पास है, उसे देवता कहते है | कहा जाता है की हिंदूधर्म में अनगिनत देवी-देवता हैं | ब्रहदारण्यक उपनिषद के तीसरे अद्ध्याय में याज्ञवल्क्य ने कहा है…
मनोवैज्ञानीकों का कहना है कि आस्था एवं भावना को उभारने के लिए व्यक्ति को मूर्ति प्रतीक के लिए चाहिए | आराध्य की मूर्ति की पूजा करके मनुष्य उसके साठ मनोवैज्ञानिक संबंध स्थापित करता है | साधक जब तक मन को…
सूर्योपनिषद के अनुसार सूर्यरश्मियों में समस्त देव, गंधर्व और ऋषि निवास करते है | सूर्य की उपासना के बिना किसी का कल्याण संभव नहीं है, भले ही अमरत्व प्राप्त करने वाले देव क्यों न हों | स्कंदपुराण में कहा गया…
धार्मिक अनुष्ठानो में कुश ( दर्भ ) नामक घास से निर्मित आसन बिछाया जाता है | पूजा-पाठ आदि कर्मकांड करने से व्यक्ति के भीतर जमा आध्याधिक शक्ति-पुंज का संचय कहीं लीक होकर अर्थ न हो जाये अर्थात पृथ्वी में न…
धर्मग्रंथो में तीन बार आचमन करने के संबंध में कहा गया है- अर्थात् तीन बार आचमन करने से तीनो वेद यानी – ऋग्वेद, यजुर्वेद व सामदेव प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाए पूर्ण करते है | मनु महाराज के मतानुसार- त्रिराचामेदप: पूर्वम…
इसमें कोई संदेह नहीं की आज तक जितने भी कार्य सिद्ध हुए है, उनमे व्यक्ति की साधना और संकल्प शक्ति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है | संकल्पवान व्यक्ति ही किसी भी प्रकार की सिद्धि का हकदार है और अपने लक्ष्य…
शास्त्रमत है की मौलि बांधने से त्रिदेव ब्रम्हा, विष्णु ओर महेश तथा तीनों देवियों, लक्ष्मी, दुर्गा और सरस्वती की कृपा प्राप्त होती है | ब्रह्मा की अनुकंपा से कीर्ति और विष्णु की कृपा से रक्षा बल मिलता है तथा महेश…