Hardware और Software में क्या अंतर है?

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क्या आप सर्च कर रहे है की हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में क्या क्या अन्तर है यदि हाँ तो आप सही जगह पर आये है इस पोस्ट में discuss करेंगे की हार्डवेयर (Hardware) और सॉफ्टवेयर (Software) में क्या अंतर है|

इसके साथ-साथ हम यह भी चर्चा करेंगे की इनके कौन-कौन पार्ट्स होते है|

अगर आपको भी इनके बीच कोई कन्फ्यूजन है तो आज हम आपको इन दोनों की पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे

जिससे आपका इन दोनों के बीच का कंफ्यूजन दूर हो जाए और आप भी किसी को भी इनके बीच अंतर बता सकते है|

हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में क्या अंतर है? (टेबल के साथ)

कंप्यूटर सिस्टम को दो काटेगोरिएस में डिवाइडेड किया जाता है, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर। ये कंप्यूटर सिस्टम को चालू करने के लिए आपस में मिलकर काम करते हैं।

हम हार्डवेयर के बिना सॉफ़्टवेयर का use नहीं कर सकते हैं। और सॉफ्टवेयर के बिना हार्डवेयर का use नहीं कर सकते है|हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर दोनों अलग अलग होते हैं।

हमें कंप्यूटर चलाने और वेरियस टास्कस को करने के लिए सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर दोनों की जरुरत होती है।

कंप्यूटर के फिजिकल पार्ट्स होते है जिन्हे हम देख व छू सकते है, Hardware कहलाते है। जैसे- Keyboard, Mouse, Monitor, Printer, and Motherboard etc. सभी Computer Hardware है| और Program के ग्रुप को Software कहते है|

कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर एक प्रोग्रामिंग कोड है जो कंप्यूटर प्रोसेसर पर एक्सेक्यूटिव किया जाता है। जैसे- Ms Word, Excel, PowerPoint, Google Chrome, Photoshop, MySQL, etc. सभी computer software है|

S.no.हार्डवेयर सॉफ्टवेयर
1.हार्डवेयर कंप्यूटर का एक फिजिकल पार्ट है जो डेटा के प्रोसेसिंग का कारण (reason) बनता है।
सॉफ़्टवेयर इंस्ट्रक्शंस का एक सेट है जो कंप्यूटर को बताता है कि एक्साक्ट्ली में क्या करना है
2.हार्डवेयर को चार categories में बाटा गया है|
1. इनपुट डिवाइस
2. आउटपुट डिवाइस
3. सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस
4. इंटरनल कंपोनेंट्स
और सॉफ्टवेयर को दो categories में बाटा गया है|
1. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
2. सिस्टम सॉफ्टवेयर
3.हार्डवेयर सॉफ़्टवेयर के बिना कोई भी काम नहीं कर सकता |सॉफ़्टवेयर को हार्डवेयर के बिना एक्सेक्यूटेड नहीं किया जा सकता |
4.हार्डवेयर बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक और other मैटेरियल्स का use किया जाता है।
write instrications के लिए एक कंप्यूटर लैंगुएज का use करके क्रिएट किया गया है|
5.हार्डवेयर tangible है क्योंकि हार्डवेयर एक फिजिकल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसे देखा और छुआ जा सकता है।
सॉफ़्टवेयर intangible है क्योंकि हम उसे देख सकते हैं और सॉफ़्टवेयर का use भी कर सकते हैं लेकिन उन्हें छू नहीं सकते है|

What is Hardware? | हार्डवेयर क्या होता है?

हार्डवेयर कंप्यूटर का एक फिजिकल पार्ट करता है। Computer Hardware कंप्यूटर का कोई भी हिस्सा हो सकता है जिसे हम देख और छू सकते हैं। ये Primary Electronic Equipment हैं जिनका use कंप्यूटर बनाने के लिए किया जाता है।

हार्डवेयर tangible है क्योंकि हार्डवेयर एक फिजिकल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है हार्डवेयर बनाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक और other मैटेरियल्स का use किया जाता है।

कंप्यूटर में हार्डवेयर के example- Processor, Memory Devices, Monitor, Printer, Keyboard, Mouse, और Central Processing Unit (C.P.U) है|

Internal Computer Hardware Component कौन-कौन से होते हैं?

  • मदरबोर्ड (Motherboar)
  • सीपीयू (CPU)
  • रैम (Ram)
  • हार्ड ड्राइव (Hard drive)
  • सॉलिड-स्टेट ड्राइव (Solid-state drive) (SSD)
  • ऑप्टिकल ड्राइव (Optical drive)
  • गर्मी सिंक (Heat sink)
  • ग्राफिक्स प्रसंस्करण इकाई (Graphics processing unit)

Types of Hardware | हार्डवेयर के प्रकार

हार्डवेयर को चार types में बाटा गया है|

  • 1. इनपुट डिवाइस (Input devices)
  • आउटपुट डिवाइस (Output devices)
  • सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस (Secondary storage devices)
  • इंटरनल कंपोनेंट्स (Internal components)

1. इनपुट डिवाइस (Input Device)

इनपुट डिवाइस उन Hardware Devices को कहा जाता है, जो कंप्यूटर को डेटा देने का काम करते है। इनके use से ही एक यूजर, कंप्यूटर से कांटेक्ट करके उनसे अपना काम कराते हैं|

आप कंप्यूटर को कंट्रोल और उससे कन्वर्सेशन कर पाते है। इसका सबसे आसान एक्साम्पल आपका Keyboard है, यह यूजर को कंप्यूटर में अल्फान्यूमेरिक डेटा और कमांड को इनपुट करने की परमिशन देता है।

अगर कीबोर्ड कंप्यूटर का हिस्सा नही होता तो क्या आप कंप्यूटर का इस्तेमाल कर पाते। Input Devices के under कई सारे Computer Hardware आते है।

example:- Mouse, Keyboard, Scanner, and Microphone, etc.

2. आउटपुट डिवाइस (Output Device)

आउटपुट डिवाइस की केटेगरी में वह Computer Hardware आते है, जो कंप्यूटर डेटा को यूजर तक पहुचाने या उसके फ्रेंडली बनाने का काम करते है।

example के लिये कंप्यूटर स्क्रीन जिसे हम Monitor कहते है। मॉनिटर, कंप्यूटर का जरुरी आउटपुट डिवाइस है। यह किसी भी डेटा को आप तक पहुचाने का काम करता है।

यानी जो भी इंस्ट्रक्शंस आप कंप्यूटर में फीड करते है, उसका आउटपुट इन्ही के जरिये आपको दिखाई देता है। Output Device के जरिये ही कंप्यूटर, यूजर और other हार्डवेयर डिवाइस से कम्यूनिकेट कर पाते है।

example:- Monitor, Printer, Headphones, Speaker, and Projector etc.

3. प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Device)

जब आप कीबोर्ड या किसी दूसरी इनपुट डिवाइस के माध्यम से कंप्यूटर में डेटा भेजते है, तो वह डाटा किसी आउटपुट डिवाइस को भेजे जाने से पहले एक इंटरमीडिएट स्टेज से होकर गुजरता है।

यह वो स्टेज है, जहां रॉ डेटा को इन्फॉर्मेशन में बदला जाता है। Processing Device कंप्यूटर के वह Hardware Parts है, जो इस इंटरमीडिएट स्टेज को हैंडल करता है। इन्हें Internal Memory Device भी कहते है।

example:- CPU (Central Processing Unit), GPU (Graphics Processing Unit), and Network Card.

4. स्टोरेज डिवाइस (Storage Device)

यह वह Hardware होता है, जो डेटा को बनाए रखने और स्टोर करने का काम करते है। Storage Device किसी भी कंप्यूटर के कोर कम्पोनेंट्स में से एक है।

यह कंप्यूटर पर सभी प्रकार के डेटा और एप्लीकेशन को स्टोर करता है।

कंप्यूटर में स्टोरेज डिवाइस दो प्रकार के होते है|
  • Primary Storage Device — यह स्टोरेज डिवाइस डेटा को Temporary रखने के लिये इस्तेमाल किया जाता है। यह आकार में काफी छोटे होते है। जिसके बजे से यह कंप्यूटर में इंटरनल होते है। प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस के पास सबसे तेज डेटा एक्सेस स्पीड है। इनमे RAM, ROM और Cache Memory  शामिल होती है
  • Secondary Storage Device — इन मेमोरी डिवाइस के पास लार्ज स्टोरेज कैपेसिटी होती है। इसके साथ ही यह डेटा को Permanent स्टोर करके रखती है। यह कंप्यूटर के अंदर या बाहर प्रेजेंट होती है। इनके main example Hard Disk Drive (HDD), Solid State Drive (SSD), Optical Disk Drive, Flash Memory और USB Device है।

What is Software? | सॉफ्टवेयर क्या होता है?

सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों का एक सेट है जो कंप्यूटर को एक्सेक्यूटिव किए जाने वाले कामों के बारे में इंस्ट्रक्शंस देता है। सॉफ़्टवेयर कंप्यूटर को बताता है कि कामों को कैसे किया जाना है या हार्डवेयर इन कामों को पूरा करता है।

अनेक प्रकार (types) के कामों को करने के लिए सॉफ़्टवेयर के डिफरेंट सेटों को एक ही हार्डवेयर पर लोड किया जा सकता है।

example के लिए, यूजर एक रिपोर्ट लिखने के लिए या payroll प्रोग्राम चलाने के लिए एक ही कंप्यूटर हार्डवेयर का use कर सकता है।

Types of Software | सॉफ्टवेयर के प्रकार

सॉफ्टवेयर को दो types में बाटा गया है|

  • एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर
  • सिस्टम सॉफ्टवेयर
(1) एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर – Application Software

एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर ऐसे प्रोग्राम होते हैं जो की मैनली यूजर के लिए बनाया जाता है, यूजर कंप्यूटर से कुछ काम करा सके इसलिए एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर बनाया जाता है|

आप जिस गूगल क्रोम में इस आर्टिकल को पढ़ रहे है वह भी एक आप्लिकेशन सॉफ्टवेयर ही है, निचे और भी कई एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर का example दिया गया है|


a) वर्ड प्रोसेसर (Word Processor)

इस type के सॉफ्टवेयर का use main रूप से डॉक्यूमेंट बनाने के लिए किया जाता है|

  • MSWord 
  • GoogleDocs 
  • CorelWordPerfect 
  • AppleiWorkPages 
b) डेटाबेस सॉफ्टवेयर (Database Software)

इस type के सॉफ्टवेयर  का use main रूप से कई सारे डाटा को स्टोर करने के लिए किया जाता है|

  • MySql 
  • FoxPro 
  • MSAccess 
  • FileMaker 
  • DBase 
  • Scissors 
c) इंटरनेट ब्राउज़र (Internet Browsers)

इस type के सॉफ्टवेयर का use main रूप से इंटरनेट को चलाने अर्थात ब्राउज करने के लिए किया जाता है|

  • Google Chrome
  • UC Browser
  • Safari
  • Mozilla Firefox
  • Web Explorer
d) साउंड सॉफ्टवेयर (Sound Software)

इस type के सॉफ्टवेयर पिक्चर और ऑडियो को रिकॉर्ड कर सकते हैं और फिर प्ले कर सकते हैं|

  • Windows Movie Maker 
  • Windows Media Player
  • Adobe Photoshop
  • Picasa
  • VLC Media Player
(2) सिस्टम सॉफ्टवेर – System Software

सिस्टम सॉफ्टवेयर का काम ही होता है हार्डवेयर और यूजर के बीच इंटरेक्शन कराना। सिस्टम सॉफ्टवेयर दूसरे सॉफ्टवेयर को चलाने के लिए एक प्लेटफार्म obtained कराता है|

कंप्यूटर सिस्टम को पूरी तरह से मैनेज करने का काम सिस्टम सॉफ्टवेयर का ही होता है, जब आप कंप्यूटर को चालु करते हैं तो सिस्टम सॉफ्टवेयर सबसे पहले मेमोरी में लोड हो जाता है|

सिस्टम सॉफ्टवेयर हमेशा बैकग्राउंड में काम करता है यह कभी यूजर को दिखता नहीं है इसीलिए सिस्टम सॉफ्टवेयर को Low Level Software भी कहा जाता है|

सिस्टम सॉफ्टवेयर के भी अलग-अलग टाइप्स होते है|

a) ऑपरेटिंग सिस्टम (Operating System) 

यह बहुत सारे सॉफ्टवेयर का कलेक्शन है जो की कई सारे रिसोर्सेज को हैंडल करता है और other एप्लीकेशन जो की ऑपरेटिंग सिस्टम पर रन होते हैं उनके लिए सर्विसेज प्रदान करता है| 

ऑपरेटिंग सिस्टम कई प्रकार के होते हैं जैसे की मोबाइल के लिए Android और ios, कंप्यूटर के लिए Windows, Linux, और Macintosh ये सभी ऑपरेटिंग सिस्टम के example हैं|

  • Android 
  • Windows 
  • Linux 
  • Macintosh 
  • Ubuntu 
  • Unix 
  • ios 
  • CentOS 
b) डिवाइस ड्राइवर्स (Device Drivers)

डिवाइस ड्राइवर ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं जो की कंप्यूटर के हार्डवेयर को कंट्रोल करते हैं|

हार्डवेयर डिवाइस जैसे की प्रिंटर, कीबोर्ड, माउस, स्पीकर, डिस्प्ले, साउंड कार्ड, और हार्ड डिस्क इन सभी को ऑपरेटिंग सिस्टम से जुड़ने के लिए डिवाइस ड्राइवर की जरूरत पड़ती है|

ये सभी डिवाइस ड्राइवर के example है|

  • ROM Drivers
  • Printer Drivers  
  • Display Drivers
  • MotherBoard Drivers
  • BIOS Drivers
  • USB Drivers
  • VGA Drivers
  • Virtual Device Drivers
  • Sound Card Drivers
c) यूटिलिटी ड्राइवर्स (Utility Drivers)

यूटिलिटी सॉफ्टवेयर का काम होता है कंप्यूटर सिस्टम को कॉन्फ़िगर,मेन्टेन और ऑप्टिमाइज़ करना है,  सॉफ्टवेयर जैस की Antivirus Software, CompressionTools, और डिस्क क्लीनर ये सभी यूटिलिटी सॉफ्टवेयर के example हैं  इनका काम होता है कंप्यूटर सिस्टम को स्मूथ और सिक्योर रखना |

ये सभी यूटिलिटी ड्राइवर्स के example है|

  • Norton Antivirus
  • McAfee Antivirus
  • Directory Opus
  • Piriform Cleaner
  • Razer Cortex 
  • WinRAR
  • WinZip
d) फर्मवेयर  (Firmware)

यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो की सिस्टम के रीड ओनली मेमोरी में शामिल होता है, फर्मवेयर Instruction का एक सेट होता है|

जो की हमेशा के लिए हार्डवेयर डिवाइस में हमेशा के लिए स्टोर कर दिया जाता है, other हार्डवेयर किस तरह आपस में Interact होते हैं इस बात की भी जानकारी फर्मवेयर में रहता है.

ये सभी फर्मवेयर सॉफ्टवेयर के example है|

  • BIOS 
  • UEFI 
  • Computer Peripheral 
  • Embedded System 

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Anurag Pathak
Anurag Pathak

इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

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