32 Bharat Ratna Facts in Hindi | भारत रत्न के 32 रोचक तथ्य

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Bharat Ratna in Hindi:- भारत रत्न, भारत देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है| यह भारत और किसी भी विदेशी नागरिक को किसी भी क्षेत्र में उसके अभूतपूर्व योगदान के लिए दिया जा सकता है| आइये जानते हैं भारत रत्न के कुछ मजेदार और रोचक तथ्य ( Interesting and Amazing facts about bharat ratna in hindi)

 

 Bharat Ratna in Hindi

Bharat Ratna in Hindi

1.भारत रत्न (Bharat Ratna), भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है|

2. इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 को भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद ने की थी| 26 जनवरी को राष्ट्रपति के द्वारा मनोनीत व्यक्ति को इस अवार्ड से सम्मानित किया जाता है|

3. भारत रत्न सम्मान के पश्चात् पद्म विभूषण दुसरे नंबर पद्म भूषण तीसरे नंबर पर और पद्मश्री चोथे नंबर के भारत के नागरिक सम्मान हैं।

4. यह सम्मान भारत के किसी भी नागरिक को दिया जा सकता है| चाहे वो किसी भी जाति, व्यवसाय, पद और लिंग से सम्बंधित हो|

5. शुरुवाती दौर में यह सम्मान सिर्फ कला, साहित्य, विज्ञान और समाज सेवा के कार्यों में अभूतपूर्व योगदान के लिए ही दिया जाता था|

6. दिसंबर 2011 में यह प्रतिबन्ध हटा लिया गया और आज यह किसी भी क्षेत्र में अभुद्पूर्व योगदान के लिए दिया जा सकता है|

7. भारत रत्न किसको देना है इसकी सिफारिश भारत का प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को करता है| एक साल में ज्यादा से ज्यादा 3 व्यक्तियों को ही भारत रत्न से सम्मानित किया जा सकता है|

8. 1954 में सबसे पहले राजनीतिज्ञ सी. राजागोपालाचारी, भारत के दुसरे राष्ट्रपति सर्वेपल्ली राधाकृष्णन, और वैज्ञानिक सी.वी रमन को भारत रत्न से सम्मानित किया गया|

9. प्रारंभ में इस सम्मान को मरणोपरान्त देने का प्रावधान नहीं था| लेकिन जनवरी 1955 में एक संसोधन के द्वारा मरणोपरान्त सम्मान देने का भी इसमें प्रावधान डाला गया|

10. 2018 तक 45 लोगों को यह सम्मान प्राप्त हो चूका है, जिसमे से 12 लोगों को मरणोपरान्त यह सम्मान दिया गया है| लाल बहादुर शास्त्री प्रथम व्यक्ति थे जिन्हें मरणोपरान्त यह सम्मान दिया गया|

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11. 2014 में 40 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर को यह सम्मान दिया गया| सचिन सबसे कम उम्र के भारत रत्न सम्मान पाने वाले व्यक्ति हैं|

12. धोंडो केशव कर्वे (Dhondo Keshav Karve) इनके 100वें जन्मदिन पर भारत रत्न से सम्मानित किया गया|

13. वेसे तो यह सम्मान सिर्फ भारत के नागरिक को ही मिलता है| लेकिन यह सम्मान तीन विदेशियों को भी मिल चुका है ये है समाज सेवी मदर टेरेसा, पाकिस्तानी नागरिक खान अब्दुल घफ्फार खान और साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला|

14. 24 दिसम्बर 2014 को यह सम्मान स्वतंत्रा सेनानी मदन मोहन मालवीय( मरणोपरान्त) और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटलविहारी वाजपई को दिया गया|

15. आपको शायद जानकर आश्चर्य होगा यह अवार्ड जुलाई 1977 से जनवरी 1980 तक और अगस्त 1992 से दिसंबर 1995 तक वर्खास्त(Suspended) कर दिया गया था| मतलब इस बीच यह अवार्ड इस बीच देना ही बंद कर दिया गया था|

16. बात है जनवरी 1992 की जब सुभाष चन्द्र बोस को मरणोपरान्त यह अवार्ड देने के लिए मनोनीत किया गया| लेकिन कुछ लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में PIL डाल कर सुभाष चन्द्र बोस की म्रत्यु का ओपचारिक प्रमाण मागा लेकिन सरकार के पास कोई ठोस प्रमाण न होने के कारण 1997 में सुभाष चन्द्र बोस का नाम भारत रत्न के मनोनीत लोगों में से हटा लिया गया| यह सिर्फ एक अकेला मौका था जब यह सम्मान की व्यक्ति को मनोनीत किया गया लेकिन सम्मान प्रदान करने से पहले ही नाम वापस ले लिया गया|

17. मोरारजी देसाई 1977 में जब भारत के 4th प्रधानमंत्री बने इन्होने 13 जुलाई 1977 को सारे व्यक्तिगत नागरिक सम्मान (भारत रत्न,) को ख़त्म कर दिया गया| लेकिन भारत की अगली प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने 25 जनवरी 1980 को इस सम्मान को दुवारा से शुरू कर दिया|

18. 1992 के मध्य में दो PIL(Public Interest Litigation) के द्वारा इसके सांविधानिक वैधता पर सवाल उठाये गए| एक PIL केरला हाई कोर्ट और दूसरी PIL मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में लगाई गई| मध्य 1992 से नवंबर 1995 तक भारत रत्न सम्मान को स्थगित कर दिया गया| लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दिसंबर 1995 में दुवारा से इसको चालू करा दिया|

19. भारत रत्ना प्राप्त करने वाले व्यक्ति को पुरुष्कार स्वरुप कोई राशि नहीं मिलती| सिर्फ इसमें एक सनद(सर्टिफिकेट) और एक मैडल मिलता है|

20. भारत रत्न प्राप्त व्यक्ति ‘भारत रत्न’ को अपने नाम के आगे या पीछे सर नेम की तरह प्रयोग नहीं कर सकता| जिन लोगों को भारत रत्न दिया जाता है, उनके नाम ‘The Gazette of India’ में प्रकाशित करना जरुरी है|

21. आपको जानकर आश्चर्य होगा, भारत रत्न का मूल आकर एक 35mm गोलाकार स्वर्ण मैडल था| जिसमे सामने सूर्य बना हुआ था ऊपर भारत रत्न लिखा था और निचे पुष्प हार था| पीछे की तरफ राष्ट्रिय चिन्ह और मोटो था|

22. बाद में इस पदक का डिजाईन बदल कर ताँबे के बने पीपल के पत्ते पर प्लेटिनम का चमकता हुआ सूर्य बना दिया गया| जिसके निचे चांदी में “भारत रत्न” लिखा रहता है और इसे सफ़ेद फीते के साथ गले में पहना जाता है|

23. यह कहीं पर लिखित नहीं है की यह सम्मान केवल भारत के नागरिक को ही मिलेगा| और यह भी लिखित नहीं है की इस सम्मान को हर साल देना जरुरी है|

24. एक साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को ही यह सम्मान दिया जा सकता है|

25. श्री सत्यपाल आनंद ने राजीव गाँधी को मरणोपरान्त भारत रत्न देने की प्रक्रिया को मध्य प्रदेश उच्च न्यायलय में चुनोती दी थी|

भारत रत्न (Bharat Ratna) के साथ मिलने वाली सुविधाएं:-

  • जीवन भर इनकम टैक्स नहीं भरने की छूट
  • जीवन भर भारत में एयर इंडिया की प्रथम श्रेणी और रेलवे की प्रथम श्रेणी में हवाई यात्रा
  • देश में किसी भी राज्य की यात्रा के दोरान राज्य सरकार द्वारा स्टेट गेस्ट सुविधा|
  • कैबिनेट रैंक के बराबर की योग्यता मिलती है|
  • VVIP के वारबर का दर्जा दिया जाता है|
  • विदेश यात्रा के दोरान भारतीय दूतावास द्वारा हर संभव सहायता|
  • संसद की बैठकों और सत्र में भाग लेने का अवसर|
  • Z-ग्रेड की सुरक्षा जरुरत पड़ने पर|

साधुवाद:-

दोस्तो भारत रत्न (Bharat Ratna in Hindi) के रोचक तथ्य और भारत रत्न पाने वालों की सूचि की जानकारी जरूर पसंद आई होगी| अगर आपके पास  Amazing and interesting facts about Bharat Ratna in Hindi में कोई और रोचक information तो आप हमें viralfactsindia@gmail.com पर भेज सकते हैं|

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Anurag Pathak
Anurag Pathak

इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

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3 Comments

  1. सर मेरा सुजावं देनेका, मतलब किसी भी वेक्ती के दिल को ठोस पाहुचना नही है.भारत रत्न के सिम्बॉल मे जो पिपलका पत्ता है. उसकी बदले मे आगर भारत देश का नक्षा.और तिरंगेगे का रंग रहे तो .भारत रत्न कहेने को भी और देखणे को भी आच्छा लगेगा.

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