भारत में सबसे पहले सूरज कहाँ निकलता है

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भारत में सूर्य की पहली किरण किस राज्य में कहाँ गिरती है? | भारत में सबसे पहले सूरज कहाँ निकलता है | भारत में सबसे पहले सूर्योदय कहा होता है|

दोस्तो, भारत में सबसे पहले सूर्य भारत उत्तर पूर्वी राज्यों में ही उगता है| क्योंकि सूरज पूर्व से उगता है इसलिए पूर्व दिशा के राज्यों में सुबह यह पहले दिखाई देता है|

इन उत्तर पूर्वी राज्यों को सेवन सिस्टर्स के नाम से भी जाना जाता है| इनके नाम हैं

  1. अरुणाचल प्रदेश
  2. मेघालय
  3. नागालेंड
  4. असाम
  5. मणिपुर
  6. मिजोरम
  7. त्रिपुरा

भारत में सूरज सबसे पहले किस राज्य में उगता है

लेकिन अरुणाचल प्रदेश का एक गाँव है जहाँ सूरज की किरणें सुबह भारत में सबसे पहले दिखती है| कहने का मतलब है इस गाँव में सुबह सबसे पहले हो जाती है|

अरुणाचल प्रदेश के इस गाँव का नाम है डोंग (Dong). यह जगह समुद्र तल से 4070 फिट की उंचाई पर है| यहाँ सूर्य सुबह करीब 4.30 से 4.45 बजे निकल आता है|

दोंग एक छोटा सा गाँव है जो अरुणाचल प्रदेश के अनजाव जिले की डोंग घाटी में स्तिथ है|

यह भारत की उत्तर पूर्व में सबसे आखिरी का गाँव है| इस गाँव के पास ही चीन, मयंमार और भारत की सीमाएं एक दुसरे से मिलती है| वैसे तो इस गाँव के बाद भी पहाड़ और घाटियाँ है लेकिन वहां किसी वाहन से नहीं पहुंचा जा सकता है|

यह गाँव ही एक ऐसी जगह है जहाँ चार से पहुंचा जा सकता है| इसी गाँव की एक पहाड़ की चोटी पर चढ़कर यात्री सूर्य उदय देखते हैं|

इस जगह पर भारत में सबसे पहले सूर्य उदय होने की जानकारी 1999 में लगी थी|

इस जगह को भारत का ‘India’s Land of Rising Sun’ भी कहा जाता है|

इस गाँव में कुल 7 या आठ घर है और 30 से 35 लोग यहाँ रहते हैं|

Delhi) से डोंग गांव (Dong Village) जाने के लिए सबसे पहले डिब्रूगढ़ (Dibrugarh), और यहां से फिर सड़क के रास्ते तेजू (Teju), तेजू से डोंग की दूरी करीब 270 किलोमीटर है इसी रास्ते में नार्थ-ईस्ट (North-East) के पूर्वी हिस्से में स्थित एक ऐसी सड़क मिली जिसे “The most eastern road of North- East India” कहा जाता है.

डोंग गांव (Dong Village) से करीब दो किलोमीटर पहले ही गाड़ी छोड़नी पड़ी. क्योंकि इसके बाद का रास्ता हमें ऐसे ही तय करना था. रास्ता संकरा था और गांव तक जाने के लिए हमें सस्पेंशन ब्रिज (Suspension bridge) यानि हैंगिंग ब्रिज (Hanging bridge) को पार करके जाना था. करीब 50 मीटर के इस ब्रिज (bridge) को पार करने का अनुभव बेहद डरावना था. लोहित नदी (Lohit River) के ऊपर बनी ये पुलिया पूरे समय हवा में हिलती रहती है.

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Anurag Pathak
Anurag Pathak

इनका नाम अनुराग पाठक है| इन्होने बीकॉम और फाइनेंस में एमबीए किया हुआ है| वर्तमान में शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं| अपने मूल विषय के अलावा धर्म, राजनीती, इतिहास और अन्य विषयों में रूचि है| इसी तरह के विषयों पर लिखने के लिए viralfactsindia.com की शुरुआत की और यह प्रयास लगातार जारी है और हिंदी पाठकों के लिए सटीक और विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे

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