20 जनवरी को गर्भग्रह को सरयू जल से भरे 81 कलशों से धोने के बाद वास्तु शांति और अन्नाधिवास कर्मकांड किए जायंगे | 

गर्भग्रह में श्रीराम की वेदी, वास्तु वेदी, योगिनी वेदी, भैरव वेदी की स्थापना की जाएगी 

इसके बाद 19 जनवरी को अग्नि स्थापना द्वारा अग्नि प्राकट्य, नवग्रह स्थापना और हवन जाएंगे | 

16 जनवरी के दिन सबसे पहले यजमान PM मोदी के प्रायश्चित से तैयारियां शुरू होंगी  इसके बाद गणेश पूजन, विष्णु पूजन और गोदान पूजन भी होगा | 

20 जनवरी को गर्भग्रह को सरयू जल से भरे और अनंधिवास कर्मकांड़ किए जायंगे |

21 जनवरी के दिन 125 कलशों से रामलला की मूर्ति का दिव्य स्नान होगा और 22 जनवरी के दिन मृगशिरा नक्षत्र में गर्भगृह विद्यमान होगी |

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी के दिन होने वाली है, वैदिक रीती-रिवाज 16 जनवरी से शुरू हो जाएंगे |